Home राज्यChhattisgarh घने जंगलों के बीच पहली बार गूंजा Hello-Hello: 78 साल बाद देश-दुनिया से जुड़ा कोंडापल्ली, गांव में बजे नगाड़े

घने जंगलों के बीच पहली बार गूंजा Hello-Hello: 78 साल बाद देश-दुनिया से जुड़ा कोंडापल्ली, गांव में बजे नगाड़े

by Sanjay Kumar Srivastava
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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के कोंडापल्ली गांव में पहली बार एक मोबाइल टावर लगाया गया है.

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के कोंडापल्ली गांव में पहली बार एक मोबाइल टावर लगाया गया है. यह इलाका लंबे समय से बाहरी दुनिया से कटा हुआ है. राजधानी रायपुर से करीब 450 किलोमीटर दूर और तेलंगाना की सीमा से लगे घने जंगलों में स्थित इस गांव में हाल तक सड़क, बिजली और पीने का पानी नहीं था. इस संबंध में जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले सप्ताह मोबाइल टावर लगाया जाना स्थानीय समुदाय के लिए महज एक तकनीकी प्रगति नहीं था, बल्कि बाहरी दुनिया से जुड़ने का प्रतीक भी है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि बस्तर क्षेत्र का हर गांव और हर परिवार विकास की मुख्यधारा का हिस्सा बने. डिजिटल सेवाओं तक उनकी पहुंच हो और उनके लिए अवसर के नए रास्ते खुलें.

मांदर ढोल की थाप पर किया नृत्य

उन्होंने कहा कि यह विश्वास, परिवर्तन और नई संभावनाओं के एक नए युग की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ‘नियाद नेल्लानार’ (आपका अच्छा गांव) योजना के तहत मोबाइल नेटवर्क प्रदान किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य सुरक्षा शिविरों के करीब दूरदराज के गांवों में विकास लाना है. पिछले हफ्ते जैसे ही टावर के चालू होने की घोषणा हुई, कोंडापल्ली में उत्साह का माहौल बन गया. महिलाएं, पुरुष और बच्चे जुलूस के रूप में टावर स्थल तक पहुंचे और पारंपरिक अनुष्ठान किए. लोगों ने मांदर ढोल की थाप पर नृत्य किया और पड़ोसी गांवों के निवासी भी इसमें शामिल हुए. बताया गया कि मोबाइल नेटवर्क के साथ ग्रामीण अब बैंकिंग सेवाओं, आधार, राशन, स्वास्थ्य योजनाओं, पेंशन योजनाओं और शैक्षिक सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं. दिसंबर 2024 में कोंडापल्ली में एक सुरक्षा शिविर स्थापित होने के बाद से प्रशासन नियमित रूप से गांव तक पहुंच पा रहा है.

बदल गया दैनिक जीवन

क्षेत्र में लंबे समय से खराब सड़क का पुनर्निर्माण सीमा सड़क संगठन द्वारा किया जा रहा है और 50 किलोमीटर लंबे हिस्से पर काम चल रहा है. अधिकारी ने बताया कि दो महीने पहले ही गांव में पहली बार बिजली पहुंची, जिससे बच्चों की पढ़ाई और छोटे व्यवसाय चलाने सहित कई तरह से दैनिक जीवन बदल गया. प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए शिविर लगा रहा है कि हर परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले. नियाद नेल्लानार योजना के तहत नौ विभागों के तहत 18 सामुदायिक सेवाएं और 11 विभागों की 25 व्यक्ति-केंद्रित योजनाएं बस्तर क्षेत्र में चलाई जा रहीं हैं. इसके अलावा 69 नए सुरक्षा शिविरों के आसपास 403 गांवों में राशन वितरित किए जा रहे हैं, जिसमें बीजापुर सहित सात जिले शामिल हैं. पिछले दो वर्षों में इस क्षेत्र में 728 मोबाइल टावर लगाए गए हैं.

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