केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस मिशन का उद्देश्य सभी SCD रोगियों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान करना है.
New Delhi: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि महाराष्ट्र सहित 17 चिह्नित आदिवासी बहुल राज्यों में 28 जुलाई तक 6.04 करोड़ लोगों की सिकल सेल रोग (SCD) के लिए जांच की गई है, जिनमें से 2,16,118 लोगों के रोगग्रस्त होने की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत 1 जुलाई, 2023 को मध्य प्रदेश से की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत करते हुए कहा था कि एससीडी का उन्मूलन सरकार की प्रथमिकता है. श्री नड्डा ने शुक्रवार को लोकसभा में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस मिशन का उद्देश्य सभी SCD रोगियों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान करना है.
सभी अस्पतालों में जांच की सुविधा
नड्डा ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों के प्रभावित जिलों में 0-40 वर्ष आयु वर्ग के 2025-26 तक सात करोड़ लोगों की जांच करना है. नड्डा ने कहा कि एनएससीएईएम के तहत जिला अस्पतालों से लेकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम) स्तर तक सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में जांच की जाती है. उन्होंने कहा कि 28 जुलाई तक महाराष्ट्र सहित 17 चिह्नित जनजातीय बहुल राज्यों में कुल 6,04,50,683 लोगों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 2,16,118 लोगों के रोगग्रस्त होने की पुष्टि हो चुकी है.
आनुवंशिक परामर्श आईडी कार्ड वितरित
एससीडी से पीड़ित रोगियों को एएएम के माध्यम से उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सेवाएं और सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जिनमें रोग से पीड़ित व्यक्तियों का नियमित अंतराल पर अनुवर्ती परीक्षण, जीवनशैली प्रबंधन के संबंध में परामर्श, विवाह-पूर्व और प्रसव-पूर्व निर्णय, फोलिक एसिड गोलियों के वितरण के माध्यम से पोषण संबंधी पूरक सहायता, संकट के लक्षणों का प्रबंधन, साथ ही उच्च-स्तरीय सुविधाओं के लिए रेफरल शामिल है. श्री नड्डा ने कहा कि 28 जुलाई तक देश में 2,62,67,997 आनुवंशिक परामर्श आईडी कार्ड वितरित किए जा चुके हैं.
हाइड्रोक्सीयूरिया सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध
मंत्री ने कहा कि लोगों को आसानी से दवा मिले, इसके लिए हाइड्रोक्सीयूरिया टैबलेट को उप-स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों , शहरी पीएचसी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल किया गया है. सिकल सेल एनीमिया रोगियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों में जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित एससीडी पर उत्कृष्ट केंद्रों की स्थापना के लिए लागत मानदंडों के दिशानिर्देश जारी किए हैं. मंत्रालय सिकल सेल एनीमिया की जांच और दवाओं की खरीद के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तकनीकी और वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है.
आनुवंशिक रक्त विकार है ये रोग
मालूम हो कि सिकल सेल रोग (Sickle Cell Disease or SCD) एक आनुवंशिक रक्त विकार है जो लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है. सिकल सेल रोग में लाल रक्त कोशिकाएं कठोर और चिपचिपी हो जाती हैं और उनका आकार “सिकल” (हसिया) जैसा हो जाता है. जबकि सामान्य लाल रक्त कोशिकाएं गोल और लचीली होती हैं, जो रक्त वाहिकाओं के माध्यम से आसानी से प्रवाहित हो सकती हैं. ये सिकल कोशिकाएं रक्त वाहिकाओं में फंस सकती हैं, जिससे रक्त का प्रवाह बाधित हो सकता है और दर्द, संक्रमण और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
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