Home राज्यDelhi दिल्लीवासियों को अब ठंडे पेयजल के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, सार्वजनिक स्थानों पर लगेंगे 20 वाटर एटीएम

दिल्लीवासियों को अब ठंडे पेयजल के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, सार्वजनिक स्थानों पर लगेंगे 20 वाटर एटीएम

by Sanjay Kumar Srivastava
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water atm

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि हम सभी सरकारी स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर वाटर एटीएम लगाने जा रहे हैं. ये जल गुणवत्ता मॉनिटर और एक डिस्प्ले सिस्टम से लैस होंगे.

New Delhi: दिल्लीवासियों को अब ठंडे पेयजल के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. दिल्ली सरकार 20 वाटर एटीएम लगाने के लिए एक पायलट परियोजना शुरू करेगी, जिससे लोगों को ठंडा पेयजल उपलब्ध कराया जा सके. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बाजार, अस्पताल, मेट्रो स्टेशन और बस टर्मिनल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल सुविधाओं की कमी को देखते हुए सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड पर वाटर एटीएम लगाया जाएगा.

डिस्प्ले सिस्टम से लैस होंगे वाटर एटीएम

दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की योजना के अनुसार, वाटर एटीएम एक स्वतंत्र इकाई होगी जिसमें जल शोधन और वितरण व्यवस्था होगी. वे वास्तविक समय के जल गुणवत्ता मॉनिटर और एक डिस्प्ले सिस्टम से लैस होंगे. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हम शहर के अन्य इलाकों में पीने के पानी की सुविधा के साथ सरकारी स्कूलों में वाटर एटीएम लगाने जा रहे हैं. डीजेबी ने निजी कंपनियों को कम से कम 500 लीटर की क्षमता वाले स्टैंडअलोन वाटर एटीएम स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है, जो स्टेनलेस स्टील से बने होंगे और बिल्ट-इन आरओ सिस्टम से लैस होंगे.

मार्च से अक्टूबर तक मिलेगा ठंडा पानी

टेंडर में कहा गया है कि मार्च से अक्टूबर तक गर्मियों के महीनों के दौरान वाटर एटीएम में ठंडे पानी की व्यवस्था होनी चाहिए. एटीएम में जीपीएस सिस्टम होना चाहिए, ताकि एटीएम की वास्तविक स्थिति का पता चल सके. पीने के पानी की सुविधा के संचालन और रखरखाव की लागत वसूलने के लिए कंपनी को विज्ञापन अधिकार दिए जाएंगे. अप्रैल में जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार शहर भर में 5,000 वाटर एटीएम स्थापित करेगी. मालूम हो कि दिल्ली जल बोर्ड द्वारा अपने स्वयं के फंड से स्थापित किए जाने वाले लगभग 3,000 नल शामिल हैं.

कॉलोनियों में टैंकरों से होती है आपूर्ति

दिल्ली जल बोर्ड 14,697 किलोमीटर लंबा पाइप नेटवर्क बनाए रखता है, जो दिल्ली की 93 प्रतिशत आबादी को कवर करता है. भूमिगत जलाशयों और बूस्टर पंपिंग स्टेशनों के माध्यम से पानी वितरित किया जाता है. जल की कमी वाले क्षेत्रों में, जो इस नेटवर्क के अंतिम छोर पर स्थित हैं, जैसे कि जेजे क्लस्टर और अनधिकृत कॉलोनियां, पानी के टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है.

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