GIFT Liquor Rules: अब गुजरात या भारत के बाहर का कोई भी व्यक्ति गांधीनगर के ग्लोबल फाइनेंस सेंटर GIFT सिटी में बिना परमिट के शराब पी सकता है.
23 December, 2025
GIFT Liquor Rules: गुजरात सरकार ने गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT सिटी) में शराब के नियमों में बड़े बदलाव किए हैं, जिससे शराब पीने के लिए परमिट लेने का नियम खत्म हो गया है. सरकार द्वारा शराब के नियमों में किए गए बदलावों के अनुसार, अब गुजरात या भारत के बाहर का कोई भी व्यक्ति गांधीनगर के ग्लोबल फाइनेंस सेंटर GIFT सिटी में तय होटलों या रेस्टोरेंट में फोटो आईडी कार्ड दिखाकर शराब पी सकता है.
आईडी कार्ड दिखाना जरूरी
राज्य के गृह विभाग ने 20 दिसंबर को एक गजट नोटिफिकेशन के ज़रिए इन बदलावों की घोषणा की, जिससे GIFT सिटी में शराब पीने के नियमों को और आसान बनाया गया है. गुजरात एक “ड्राई राज्य” है जहां शराब का उत्पादन, बिक्री और सेवन प्रतिबंधित है. हालांकि, सरकार ने 2023 में GIFT सिटी के लिए एक छूट दी थी, जिससे कुछ शर्तों के साथ सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में शराब की बिक्री और सेवन की अनुमति दी गई थी. नई नोटिफिकेशन के अनुसार, कोई भी बाहरी व्यक्ति जो गुजरात का नहीं है या विदेशी नागरिक है, अब GIFT सिटी में तय जगहों पर अपना वैध फोटो आईडी कार्ड दिखाकर शराब पी सकता है.
कई जगहों पर पी सकते हैं शराब
यह नया नियम पिछली शर्त को खत्म करता है, जिसके तहत ऐसे “बाहरी व्यक्तियों” को अस्थायी परमिट लेना पड़ता था. पहले, शराब का सेवन केवल GIFT सिटी के अंदर शराब बेचने की अनुमति वाले होटलों या रेस्टोरेंट के तय वाइन और डाइन एरिया में ही किया जा सकता था. अब, शराब का सेवन अन्य जगहों पर भी किया जा सकता है, जैसे कि लॉन, पूलसाइड और छतों पर. नोटिफिकेशन के अनुसार, खाना खाने आने वाले किसी भी व्यक्ति को रेस्टोरेंट के वाइन और डाइन एरिया में बैठने की अनुमति है.
शराब परोसने की लिमिट
नोटिफिकेशन में कहा गया है कि GIFT सिटी के कर्मचारी, जिनके पास “शराब एक्सेस परमिट” है, एक समय में तय जगहों पर 25 मेहमानों को ही शराब परोस सकते हैं और मेहमानों को “अस्थायी परमिट” मिलेगा, बशर्ते कर्मचारी उनके साथ हो. दुनिया की बड़ी कंपनियां गांधीनगर की GIFT सिटी में अपने ऑफिस खोल रही हैं. नियमों में इस ढील से शहर की नाइटलाइफ़ और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को काफी बढ़ावा मिलेगा. इस बदलाव को बिजनेस को बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
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