Port Blair News: वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 11 विदेशी शिकारी अपनी जान बचाने के लिए समुद्र में कूद गए. उन्होंने कहा कि तटरक्षक अधिकारियों ने उनमें से तीन शिकारियों को बचाकर पुलिस के हवाले कर दिया.
Port Blair News: समुद्री सुरक्षा को देखते हुए भारतीय तटरक्षक बल और अंडमान एवं निकोबार पुलिस ने इंटरव्यू द्वीप के पास संयुक्त अभियान में सात म्यांमारी शिकारियों को गिरफ्तार कर लिया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि 10 सितंबर को पीछा करते समय भारी मात्रा में समुद्री खीरे ले जा रही म्यांमारी नाव म्यांमार के कोको द्वीप की ओर भागते समय पलट गई. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लगभग 11 विदेशी शिकारी अपनी जान बचाने के लिए समुद्र में कूद गए. उन्होंने कहा कि तटरक्षक अधिकारियों ने उनमें से तीन शिकारियों को बचाकर पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि आठ निर्जन इंटरव्यू द्वीप की ओर तैरकर निकल गए. हमने तुरंत अपने लगभग 20 अधिकारियों (गुरिल्ला युद्ध रणनीति के विशेषज्ञ) के साथ आस-पास के अपने बलों को तैनात किया और जंगल के अंदर चार को पकड़ने में कामयाब रहे. हम चार और लोगों की तलाश कर रहे हैं. अभियान अभी भी जारी है.
तटरक्षक बल ने किया विदेशी नाव का पीछा
इंटरव्यू द्वीप उत्तर और मध्य अंडमान प्रशासनिक जिले का हिस्सा है और यह पोर्ट ब्लेयर से लगभग 125 किलोमीटर उत्तर में और म्यांमार के कोको द्वीप से लगभग 150 किलोमीटर दूर है. म्यांमार से निकटता के कारण यह द्वीप शिकारियों के लिए एक विश्राम स्थल है. 10 सितंबर को नियमित गश्त के दौरान तटरक्षक डोर्नियर विमान के पायलट ने इंटरव्यू द्वीप के पास एक मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर की संदिग्ध गतिविधि देखी. उन्हें चेतावनी दी गई और अपनी गति कम करने को कहा गया. इस बीच पायलट ने अंडमान और निकोबार कमांड को सूचित कर दिया. सूचना मिलते ही तुरंत ही एक वरिष्ठ कमांडेंट की देखरेख में हमारा नज़दीकी तेज़ गश्ती जहाज़ द्वीप की ओर दौड़ा और उन्हें अपनी गति कम करने की चेतावनी दी. समुद्र बेहद तूफ़ानी था. शिकारियों ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया. उन्होंने भागने की कोशिश की और ऑपरेशन के दौरान डिंगी में कुछ तकनीकी समस्याएं आ गईं और उनकी नाव इंटरव्यू द्वीप के पास पलट गई. अंडमान और निकोबार कमांड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने तीन शिकारियों को समुद्र से बचाकर पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि बाकी शिकारी तैरकर द्वीप की ओर भागे और घने जंगल में छिप गए.
समुद्री खीरे की तस्करी भारत की सुरक्षा के लिए खतरा
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारा अभियान जारी है. पिछले महीने अंडमान और निकोबार पुलिस ने 23 विदेशी शिकारियों को गिरफ्तार किया और लगभग 550 किलोग्राम समुद्री खीरे जब्त किए. समुद्री खीरे समुद्र तल पर जमा सड़ते हुए पदार्थों और भोजन को खाकर समुद्र तल को साफ रखने में मदद करते हैं. आसानी से मिलने वाले ये धीमी गति से बढ़ने वाले खीरे समुद्र के पानी में 30-60 फीट नीचे आसानी से मिल जाते हैं. इनका उपयोग औषधीय प्रयोजनों के लिए और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कुछ विदेशी व्यंजनों में मुख्य सामग्री के रूप में किया जाता है. म्यांमार के शिकारियों द्वारा इन समुद्री संपत्तियों का अवैध शिकार न केवल द्वीपसमूह की समुद्री पारिस्थितिकी के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है, बल्कि प्रवालों को भी नुकसान पहुंचाता है. इसके अलावा ये शिकारी भारत की समुद्री सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करते हैं. अंडमान और निकोबार पुलिस के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 2022, 2023, 2024 और 2025 में क्रमशः कुल 66, 98, 70 और 67 (12 सितंबर, 2025 तक) म्यांमार के शिकारियों को गिरफ्तार किया गया.
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