PM Narendra Modi: मोदी सुबह 10 बजे आइजोल के लाम्मुआल में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे.
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (13 सितंबर) को मिजोरम का दौरा करेंगे. मोदी बैराबी-सैरांग ब्रॉड गेज रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे. PM आइजोल और दिल्ली के बीच पहली राजधानी एक्सप्रेस और अन्य नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. एक अधिकारी ने बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी का यह पूर्वोत्तर राज्य का दूसरा दौरा होगा. मोदी ने दिसंबर 2017 में मिजोरम का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने असम सीमा के पास उत्तर मिजोरम के कोलासिब जिले के साइपुम गांव के पास 60 मेगावाट की तुइरियल पनबिजली परियोजना का उद्घाटन किया था. अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के शनिवार सुबह 9 बजे लेंगपुई हवाई अड्डे पर पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से आइजोल के थुआमपुई हेलीपैड के लिए उड़ान भरेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सुबह 10 बजे आइजोल के लाम्मुआल में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे.
दो शैक्षणिक संस्थानों का भी उद्घाटन
मोदी आइजोल और दिल्ली के बीच राजधानी ट्रेन सेवा और आइजोल-कोलकाता और आइजोल-गुवाहाटी के बीच दो अन्य नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि पीएम अपनी यात्रा के दौरान दो शैक्षणिक संस्थानों का उद्घाटन करेंगे और केंद्र की छह परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे से पहले मिजोरम में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) एच रामथलेंगलियाना ने कहा कि राज्य भर में सभी पुलिस इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और राज्य की राजधानी आइजोल में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस के अलावा प्रधानमंत्री की आइजोल यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की दो-दो कंपनियां तैनात की गई हैं. सरकार ने आइजोल में यातायात प्रबंधन के भी व्यापक प्रबंध किए हैं और प्रधानमंत्री के काफिले के आवागमन वाले कुछ क्षेत्रों और हिस्सों में ‘नो पार्किंग’ और ‘नो ट्राली’ लागू कर दिए हैं.
सुरक्षा के कड़े प्रबंध
आइजोल नगर निगम (एएमसी) ने भी निवासियों से प्रधानमंत्री के काफिले के गुजरने वाली सड़क के किनारे की सभी दुकानों, निजी कार्यालयों और रेहड़ी-पटरी को बंद करने को कहा है. सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. राज्य सरकार ने आइजोल के छात्रों और सभी सरकारी कर्मचारियों को लाम्मुआल में आयोजित जनसभा में शामिल होने का निर्देश दिया है. सरकार ने आम जनता से भी बड़ी संख्या में जनसभा में शामिल होने की अपील की है. 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरांग ब्रॉड गेज रेलवे लाइन परियोजना केंद्र की एक्ट ईस्ट नीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में संपर्क और आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना है. इससे देश के बाकी हिस्से भी भारत के रेलवे नेटवर्क के दायरे में आ जाएंगे और मिजोरम पहली बार भारत के रेलवे नेटवर्क के दायरे में आ जाएगा. 2008-2009 में स्वीकृत इस परियोजना को एनएफ रेलवे द्वारा 8,213.72 करोड़ रुपये की लागत से क्रियान्वित किया गया था.
आर्थिक और पर्यटन विकास को बढ़ावा
मोदी ने 2014 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी और इसका निर्माण 2015 से शुरू होकर 10 वर्षों के भीतर पूरा हुआ. इससे पहले मिजोरम-असम सीमा पर कोलासिब जिले में बैराबी मिजोरम का एकमात्र रेलवे स्टेशन था. बैराबी-सैरांग लाइन रेलवे परियोजना भारतीय रेलवे का एक इंजीनियरिंग चमत्कार है. यह रेलवे लाइन 48 सुरंगों, 55 प्रमुख पुलों और 87 छोटे पुलों से होकर गुजरती है. एनएफ रेलवे के अधिकारियों के अनुसार सुरंगों की कुल लंबाई 12.8 किमी से अधिक है, जो रेलवे ट्रैक का 25 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि सैरांग रेलवे स्टेशन के पास पुल संख्या-144, जो 114 मीटर ऊंचा है, देश का सबसे ऊंचा घाट रेलवे पुल है और कुतुब मीनार से 42 मीटर ऊंचा है.एनएफ रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कनेक्टिविटी में सुधार के अलावा नई रेलवे लाइन यात्री और माल ढुलाई को भी बढ़ाएगी. सामाजिक-आर्थिक और पर्यटन विकास को बढ़ावा देगी. नए रोजगार पैदा करेगी और मिजोरम के लोगों की लंबे समय से चली आ रही आकांक्षा को पूरा करेगी.
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