सरकारी डॉक्टर पर महिला की पोशाक पहनकर अश्लील वीडियो बनाने, उसे वयस्क साइटों पर अपलोड करने और फर्जी पहचान के तहत काम करने का मामला दर्ज किया गया है.
Gorakhpur (UP): उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर (खलीलाबाद) जिले के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक सरकारी डॉक्टर का कारनामा सामने आया है. मामला सामने आते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. डॉक्टर महिला के भेष में अश्लील वीडियो बनाकर उसे एडल्ट साइट पर अपलोड करता था. डॉक्टर ने वीडियो बनाने के लिए अपने सरकारी आवास को स्टूडियो में तब्दील कर दिया था. जानकारी मिलते ही प्रशासन ने सरकारी आवास को सील कर दिया है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
पत्नी ने दर्ज कराया केस
पुलिस ने बुधवार को बताया कि संत कबीर नगर (खलीलाबाद) जिले में एक सरकारी डॉक्टर पर महिला की पोशाक पहनकर अश्लील वीडियो बनाने, उसे वयस्क साइटों पर अपलोड करने और फर्जी ट्रांसजेंडर पहचान के तहत काम करने का मामला दर्ज किया गया है. शिकायत डॉक्टर की पत्नी ने दर्ज कराई थी, जिसने दावा किया था कि उसने ऐसे कई वीडियो ऑनलाइन खोजे हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी रामानुज कन्नौजिया ने कहा कि डॉक्टर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है.
पुलिस ने डॉक्टर के सरकारी आवास को किया सील
18 मई को खलीलाबाद कोतवाली पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर ने वीडियो शूट करने के लिए अपने सरकारी आवास को एक अस्थायी स्टूडियो के रूप में इस्तेमाल किया. पुलिस ने कहा कि परिसर को अधिकारियों ने सील कर दिया है. शिकायतकर्ता पत्नी ने आरोप लगाया कि उसने अपने पति के चेहरे, आवाज और अपने घर के अंदरूनी हिस्सों की पहचान की. इसमें सजावट की वस्तुएं भी शामिल हैं, जिसे उसने खुद व्यवस्थित किया था. पत्नी ने कहा कि ये सभी वयस्क प्लेटफार्मों पर सामने आए वीडियो में थे. उधर, डॉक्टर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है.
डॉक्टर का दावा- वीडियो में किया गया हेरफेर
डॉक्टर ने दावा किया है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके वीडियो में हेरफेर किया गया था. इस विवाद ने 18 मई को हिंसक रूप ले लिया जब डॉक्टर ने कथित तौर पर गोरखपुर स्थित अपने आवास पर अपनी पत्नी और उसके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की. बाद में डॉक्टर ने अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए शिकायत भी दर्ज कराई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) रामानुज कन्नौजिया ने पुष्टि की कि विभागीय जांच शुरू कर दी गई है.
मामले की हो रही जांचः पुलिस अधीक्षक
उन्होंने पीटीआई को बताया कि तीन सदस्यीय समिति का गठन कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. अभी तक कोई निलंबन आदेश जारी नहीं किया गया है. संत कबीर नगर के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह ने कहा कि हमें एक डॉक्टर के बारे में शिकायत मिली है जो अश्लील सामग्री बनाने और वितरित करने में शामिल है. अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और विभागीय जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने डॉक्टर के सरकारी आवास को सील कर दिया है. मामले की जांच की जा रही है.