Home Latest News & Updates UP: बरेली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी बने देश के लिए खतरा, कानूनी शिकंजे में लाने के लिए पुलिस ने बनाया ये प्लान

UP: बरेली में रोहिंग्या और बांग्लादेशी बने देश के लिए खतरा, कानूनी शिकंजे में लाने के लिए पुलिस ने बनाया ये प्लान

by Sanjay Kumar Srivastava
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Bareilly SSP Anurag Arya

अधिकारियों के ने बताया कि अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान के लिए 15 दिवसीय विशेष अभियान सोमवार को बरेली में शुरू हुआ.

Bareilly: सीएम योगी के निर्देश पर बरेली जिले में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की पहचान के 15 दिन का अभियान शुरू किया गया है. सरकार का मानना है कि इनकी वजह से देश की सुरक्षा को खतरा बना रहता है.अधिकारियों के ने बताया कि अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान के लिए 15 दिवसीय विशेष अभियान सोमवार को बरेली में शुरू हुआ. जिला पुलिस ने अभियान के लिए थानेवार टीमें बनाई हैं, जो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों और सर्कल अधिकारियों की देखरेख में एक पखवाड़े तक चलेगी. जिले भर के सभी स्टेशन हाउस अधिकारियों (एसएचओ) को अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने के निर्देश दिए गए हैं.

टेंट और झोपड़ियों जैसी बस्तियों पर मारेगी छापा

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने सोमवार को अपने कैंप कार्यालय से आयोजित बैठक के दौरान इस पहल का शुभारंभ किया. एसएसपी आर्य ने निर्देश दिया कि अभियान जिले में टेंट और झोपड़ियों जैसी अस्थायी बस्तियों में रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य अवैध प्रवासियों का पता लगाना और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करना है.उन्होंने दोहराया कि पूरी पहचान और कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की कड़ी निगरानी में थानावार टीमें काम करेंगी. बैठक में एसएसपी ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के मद्देनजर जिले की कानून व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की.

सार्वजनिक मूर्तियों की सुरक्षा पर जोर

उन्होंने अधिकारियों को पिछले विवादों या ज्ञात प्रतिद्वंद्विता में शामिल व्यक्तियों का सत्यापन और निगरानी करने का निर्देश दिया, जो चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं. एसएचओ को संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए. आर्य ने जिले भर में प्रमुख ऐतिहासिक हस्तियों की सार्वजनिक मूर्तियों की सुरक्षा और रखरखाव के महत्व पर भी जोर दिया. उन्होंने बताया कि 18 से 24 मई तक “वॉकथ्रू” नामक एक जनसंपर्क अभियान चलाया गया, जिसके दौरान पुलिस कर्मियों ने सुबह और शाम के समय पार्कों, बाजारों, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर गश्त की, ताकि नागरिकों के बीच दृश्यता और विश्वास बढ़े. एसएसपी ने अब पुलिस थानों को इस तरह की पहल नियमित रूप से जारी रखने और सार्वजनिक जुड़ाव को मजबूत करने का निर्देश दिया है.

हिस्ट्रीशीटरों की होगी निगरानी

इसके अतिरिक्त, एसएसपी ने हिस्ट्रीशीटरों की चल रही निगरानी, ​​मृतक या गलत तरीके से सूचीबद्ध अपराधियों के रिकॉर्ड की पुष्टि और फर्जी प्रविष्टियों को खत्म करने की समीक्षा की. बीट अधिकारियों को अपने निर्धारित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से गश्त करने और अपने एसएचओ को किसी भी खुफिया जानकारी की सूचना देने के लिए कहा गया है. एसएसपी ने जिले के शीर्ष-10 सूचीबद्ध अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की. जनता का विश्वास जगाने और आपराधिक तत्वों को रोकने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई का आह्वान किया. 7 जून को आने वाले ईद-उल-अजहा त्योहार के संबंध में एसएसपी ने पिछले पांच वर्षों की सांप्रदायिक घटनाओं की समीक्षा की और निर्देश दिया कि सभी संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त पुलिस तैनाती सुनिश्चित की जाए. त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए ऐसे स्थानों की पहले से पहचान करने तथा तदनुसार तैयारी करने के निर्देश दिए गए.

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