एसटीएफ ने बताया कि पठान के खिलाफ मुजफ्फरनगर, संभल और हरिद्वार जिलों में हत्या और जबरन वसूली के कई मामले दर्ज थे. मुठभेड़ बिजोपुर गांव की ओर जाने वाले मार्ग पर हुई.
Lucknow/Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने सोमवार को मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा के शूटर को मार गिराया. उस पर 50 हजार का इनाम था. मेरठ स्पेशल टास्क फोर्स ने गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी गिरोह के शूटर शाहरुख पठान (34) को मुठभेड़ में मार गिराया. खालापार निवासी शाहरुख पठान ने पुलिस पर 10 से ज्यादा राउंड फायरिंग की. शूटर पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की हत्या, जेल से भागने, सुपारी लेकर हत्या करने और गवाहों को धमकाने सहित कई आरोप थे. मुजफ्फरनगर में छप्पर-रोहाना रोड पर बिजोपुर गांव की ओर जाने वाले मार्ग पर सोमवार तड़के मुठभेड़ हुई.
हत्या और जबरन वसूली के कई मामले दर्ज
एसटीएफ ने बताया कि पठान के खिलाफ मुजफ्फरनगर, संभल और हरिद्वार जिलों में हत्या और जबरन वसूली के कई मामले दर्ज थे. उसके पास से एक पिस्टल, एक रिवॉल्वर, एक देसी तमंचा, कारतूस और एक बिना नंबर प्लेट वाली कार बरामद हुई है. पुलिस के अनुसार, पठान को उसके मामा अमीर आजम ने गोद लिया था. फक्करसा चौक निवासी आजम उसी जगह साइकिल मरम्मत की दुकान चलाता है. पठान बचपन से ही उनके साथ रहने लगा था और अक्सर दुकान पर बैठता था. इसी दौरान उसकी दोस्ती मुजफ्फरनगर के खालापार निवासी अपराधी सोबी से हुई. 2015 में खालापार में वर्चस्व और जबरन वसूली को लेकर पठान ने सोबी के साथ मिलकर मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस हिरासत में आसिफ जायदा नाम के बदमाश की हत्या कर दी. जायदा को एक हत्या के मामले में सुनवाई के लिए नैनी जेल (प्रयागराज) से मुजफ्फरनगर कोर्ट लाया जा रहा था.
2016 में पुलिस हिरासत से हो गया था फरार
गिरफ्तारी के बाद पठान जेल में गैंगस्टर जीवा और मुख्तार अंसारी के संपर्क में आया. 2016 में अदालती कार्यवाही से लौटते समय वह मुजफ्फरनगर के सिविल लाइंस थाने से पुलिस हिरासत से फरार हो गया. 2017 में फरारी के दौरान पठान ने जीवा के निर्देश पर हरिद्वार जिले की निर्मला छावनी कॉलोनी में कंबल व्यापारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. पठान के खिलाफ हरिद्वार के कोतवाली नगर थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था. उसी वर्ष फरारी के दौरान ही पठान ने मामले के मुख्य गवाह जायदा के पिता यासीन की हत्या कर दी थी.
50,000 रुपए का इनाम था घोषित
इसके लिए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने उसकी गिरफ्तारी पर 50,000 रुपए का इनाम घोषित किया था. अंततः उसे उत्तराखंड में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. अमित दीक्षित हत्याकांड में जीवा के साथ उसे भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. वह जमानत पर बाहर था. लगभग छह महीने पहले जमानत पर रिहा होने के बाद उसने हत्या के मामलों के गवाहों को धमकाना और उनकी हत्या का प्रयास करना शुरू कर दिया. संभल के बनियाठेर पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें वह फरार था. पुलिस ने कहा कि हरिद्वार की रोशनाबाद जेल में बंद रहने के दौरान पठान ने जेल वार्डर नितिन सजवान के साथ मारपीट की थी, जिन्होंने जेल के अंदर मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी.
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