Home Latest News & Updates नोएडा और वाराणसी से दो जासूस गिरफ्तार, पाकिस्तान को भेजते थे भारत की संवेदनशील जानकारियां

नोएडा और वाराणसी से दो जासूस गिरफ्तार, पाकिस्तान को भेजते थे भारत की संवेदनशील जानकारियां

by Sanjay Kumar Srivastava
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Pakistani spy

हारून दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी मुजम्मल हुसैन के साथ मिलकर अवैध रूप से पाकिस्तानी वीजा हासिल कर रहा था.

Lucknow: उत्तर प्रदेश में आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल दो लोगों को गिरप्तार किया है. दोनों आरोपी पाकिस्तान के साथ संवेदनशील राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित जानकारी साझा करते थे.एटीएस ने दिल्ली के सीलमपुर के एक स्क्रैप डीलर मोहम्मद हारून (45) को गुरुवार को नोएडा से गिरफ्तार किया. हारून दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी मुजम्मल हुसैन के साथ मिलकर अवैध रूप से पाकिस्तानी वीजा हासिल कर रहा था. साथ ही भारत के राष्ट्रीय हित के लिए हानिकारक मानी जाने वाली संवेदनशील जानकारी भी प्रसारित कर रहा था.

अवैध रूप से पाकिस्तानी वीजा की व्यवस्था करता था हारून

हारून मुजम्मल हुसैन के नियमित संपर्क में था. एटीएस को जांच से पता चला कि पाकिस्तान में हारून के पारिवारिक संबंधों ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जांच में पता चला कि हारून ने हुसैन के साथ मिलकर पाकिस्तानी वीजा की व्यवस्था करने के लिए कई व्यक्तियों से पैसे इकट्ठा किए. इन पैसों को विभिन्न बैंक खातों में जमा किया गया. बदले में हारून को कमीशन मिला. हारून ने हुसैन की ओर से बताए व्यक्तियों या स्थानों पर नकदी पहुंचाई. हुसैन की राजनयिक स्थिति और पाकिस्तानी राष्ट्रीयता को जानने के बावजूद हारून ने भारत की आंतरिक सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा करना जारी रखा.

पाक उच्चायोग के कर्मचारी को देश से निष्कासित करने का आदेश

एटीएस ने खुलासा किया कि हुसैन ने भारत को अस्थिर करने के अपने प्रयासों में जानकारी का इस्तेमाल किया. खुलासे के बाद भारत सरकार ने हुसैन को अवांछित घोषित कर दिया और देश से निष्कासित करने का आदेश दिया. दूसरे जासूस तुफैल को एटीएस ने वाराणसी से गिरफ्तार किया. वह राष्ट्र-विरोधी व्हाट्सएप समूहों में शामिल होकर पाकिस्तान को भारत की संवेदनशील जानकारी साझा करता था. एटीएस ने जांच में पाया कि तुफैल कई पाकिस्तानी व्यक्तियों के संपर्क में था और प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी समूह तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी के वीडियो सक्रिय रूप से साझा कर रहा था.

राजघाट, नमोघाट, ज्ञानवापी मस्जिद की फोटो भेजता था पाकिस्तान

एटीएस ने बताया कि तुफैल ने ‘गजवा-ए-हिंद’ को बढ़ावा देने वाली सामग्री भी प्रसारित की. साथ ही बाबरी मस्जिद की घटना का बदला लेने का आह्वान किया और भारत में शरिया कानून लागू करने की वकालत की. एटीएस ने कहा कि तुफैल वाराणसी के राजघाट, नमोघाट, ज्ञानवापी मस्जिद, वाराणसी रेलवे स्टेशन की फोटो और जानकारियां भी भेजता था. दोनों आरोपियों के खिलाफ लखनऊ के एटीएस थाने में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है.

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