Wolf Terror: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के कैसरगंज तहसील में भेड़िए के आतंक से लोगों में दहशत फैल गई है. लोग रात भर जाग कर अपने परिवार की रक्षा कर रहे हैं.
Wolf Terror: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के कैसरगंज तहसील में भेड़िए के आतंक से लोगों में दहशत फैल गई है. लोग रात भर जाग कर अपने परिवार की रक्षा कर रहे हैं. भेड़िए के हमले से चार बच्चों सहित पांच लोग गंभीर घायल हो गए हैं. दो भेड़ियों ने 12 घंटे के अंदर चार बच्चों सहित पांच लोगों पर हमला कर दिया. वन अधिकारियों ने कहा कि बचाव अभियान के दौरान एक भेड़िये को विभागीय शूटर ने घायल कर दिया था. प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) राम सिंह यादव ने बताया कि पहला हमला शनिवार तड़के करीब 3 बजे बलिराजपुरवा गांव में हुआ, जहां दुर्गावती (40) नाम की एक महिला पर उसके घर के बाहर एक भेड़िये ने हमला कर दिया. उसकी चीखें सुनकर ग्रामीण उसकी मदद के लिए दौड़े, जिससे भेड़िया भाग गया. बाद में मझारा तौकली गांव के आसपास दोपहर 12.15 बजे, 12.40 बजे, 1.35 बजे और 3.30 बजे चार और हमले हुए.
घरों से बाहर खेलते समय हमला
पीड़ितों की पहचान मीना (8), मोनिका (5), शिवंकी (6) और चंद्रसेन (5) के रूप में हुई है. सभी पर अपने घरों के बाहर खेलते या टहलते समय हमला हुआ. यादव ने पीटीआई-भाषा को बताया कि जब रिपोर्ट मिली, तब वन दल भेड़ियों से प्रभावित इलाकों में गश्त कर रहे थे. घायलों को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया और प्रशिक्षित निशानेबाजों ने बेहोशी की दवा देने वाले विशेषज्ञों के साथ मिलकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया. डीएफओ ने आगे कहा कि शाम करीब 5.15 बजे एक टीम ने कोनिया गांव के पास एक भेड़िये को एक युवक पर हमला करने की तैयारी करते देखा. उस युवक को बचाने के लिए एक शूटर ने गोली चलाई, जिससे भेड़िये का पिछला पैर घायल हो गया. घायल भेड़िये को बाद में जंगली गन्ने और सरकंडों से घिरे नदी के किनारे घास के मैदानों की ओर लंगड़ाते हुए देखा गया. हम ड्रोन और कैमरा ट्रैप से घायल भेड़िये पर नज़र रख रहे हैं. पैरों के निशान मिले हैं और संभावना है कि जानवर या तो मर चुका है या इतना कमज़ोर है कि हिल-डुल नहीं सकता. हमारी प्राथमिकता उसे ज़िंदा बचाना है.
ग्रामीण दे रहे पहरा
वन अधिकारियों का मानना है कि दो आक्रामक भेड़ियों में से केवल एक ही इलाके में सक्रिय है. शनिवार शाम और रविवार सुबह के बीच कोई ताजा हमला नहीं हुआ. विभाग ने भेड़िया प्रभावित क्षेत्रों को छह जोन में विभाजित किया है, जिसमें लगभग 30 टीमें हैं. इसके अलावा 21 टास्क फोर्स शामिल हैं. इस बीच ग्रामीणों ने मशालों और लाठियों से लैस रात्रि गश्ती दल बनाए हैं. 9 सितंबर से बहराइच में भेड़ियों के हमलों में छह लोगों की जान चली गई, जिनमें चार बच्चे और एक बुजुर्ग दंपति शामिल हैं. जबकि लगभग 30 अन्य घायल हो गए. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च-स्तरीय बचाव और नियंत्रण अभियान का आदेश दिया था, जिसमें पकड़ने के प्रयास विफल होने पर ही घातक कार्रवाई की अनुमति थी. पिछले साल इसी तरह के भेड़ियों के झुंड ने मानसून के दौरान महसी तहसील के कुछ हिस्सों में आतंक मचाया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी.
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