Aaj Ka Panchang: ऋतुओं की दृष्टि से आज वसंत ऋतु का प्रभाव है और अयन उत्तरायण है. दिनमान 12 घंटे 41 मिनट का रहेगा और रात का समय 11 घंटे 17 मिनट का होगा.
Aaj Ka Panchang: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है और विक्रम संवत 2082 कालयुक्त के अनुसार आज का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बेहद खास है. आज का दिन शुभ कार्यों के लिए अनुकूल है, हालांकि कुछ समय अशुभ भी रहेगा, जिनसे सावधान रहने की आवश्यकता है.
सूर्योदय सुबह 06 बजकर 02 मिनट पर हुआ, जबकि सूर्यास्त शाम 06 बजकर 44 मिनट पर होगा. चंद्रोदय दोपहर 03 बजकर 40 मिनट पर और चंद्रास्त अगली सुबह यानी 10 अप्रैल को 04 बजकर 34 मिनट पर होगा. आज द्वादशी तिथि रात 10 बजकर 55 मिनट तक रहेगी, इसके बाद त्रयोदशी तिथि आरंभ होगी. वहीं नक्षत्र की बात करें तो मघा नक्षत्र सुबह 09 बजकर 57 मिनट तक रहेगा, इसके बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र आरंभ हो जाएगा.
योगों में आज गण्ड योग शाम 06 बजकर 26 मिनट तक है, जिसके बाद वृद्धि योग लगेगा. करणों में बव करण सुबह 10 बजे तक रहेगा, इसके बाद बालव और फिर रात 10 बजकर 55 मिनट के बाद कौलव करण लगेगा. बुधवार का दिन है और पक्ष शुक्ल चल रहा है. आज चंद्रमा सिंह राशि में विचरण कर रहा है जबकि सूर्य मीन राशि में स्थित हैं.
ऋतुओं की दृष्टि से आज वसंत ऋतु का प्रभाव है और अयन उत्तरायण है. दिनमान 12 घंटे 41 मिनट का रहेगा और रात का समय 11 घंटे 17 मिनट का होगा. शुभ मुहूर्तों की बात करें तो आज ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:32 से 05:17 तक रहेगा और प्रातः संध्या का समय 04:54 से 06:02 तक है. विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:20 तक रहेगा जबकि गोधूलि मुहूर्त शाम 06:42 से 07:05 तक होगा. अमृत काल सुबह 07:21 से 09:05 तक रहेगा, जो कार्यों के लिए अति शुभ माना गया है.
| तिथि | द्वादशी (10:55 PM तक), इसके बाद त्रयोदशी |
| वार | बुधवार |
| विक्रम संवत | 2082 कालयुक्त |
| शक संवत | 1947 विश्वावसु |
| गुजराती संवत | 2081 नल |
| सूर्योदय | 06:02 AM |
| सूर्यास्त | 06:44 PM |
| चन्द्रोदय | 03:40 PM |
| चन्द्रास्त | 04:34 AM (10 अप्रैल) |
| नक्षत्र | मघा (09:57 AM तक), फिर पूर्वाफाल्गुनी |
| योग | गण्ड (06:26 PM तक), फिर वृद्धि |
| करण | बव (10:00 AM तक), बालव (10:55 PM तक), फिर कौलव |
| चन्द्र राशि | सिंह |
| सूर्य राशि | मीन |
| ऋतु | वसन्त |
| अयन | उत्तरायण |
| शुभ मुहूर्त | ब्रह्म मुहूर्त: 04:32-05:17 AM, विजय मुहूर्त: 02:30-03:20 PM, अमृत काल: 07:21-09:05 AM |
| अशुभ समय | राहुकाल: 12:23-01:58 PM, यमगण्ड: 07:37-09:12 AM, गुलिक: 10:48-12:23 PM, दुर्मुहूर्त: 11:57-12:48 PM, वर्ज्य: 06:46-08:32 PM |
| बाण | रोग (01:36 AM, 10 अप्रैल से पूर्ण रात्रि तक) |
| गण्ड मूल | 06:02-09:57 AM |
| आनन्दादि योग | चर (09:57 AM तक), फिर स्थिर |
| तमिल योग | सिद्ध (09:57 AM तक), फिर अमृत |
| निवास | आकाश (10:55 PM तक) |
| दिशा शूल | उत्तर |
| चन्द्र वास | पूर्व |
अशुभ समय की बात करें तो राहुकाल दोपहर 12:23 से 01:58 तक रहेगा. यमगण्ड काल सुबह 07:37 से 09:12 तक और गुलिक काल 10:48 से 12:23 तक होगा. इन समयों में किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को टालने की सलाह दी जाती है. दुर्मुहूर्त दोपहर 11:57 से 12:48 तक रहेगा और वर्ज्य काल शाम 06:46 से 08:32 तक रहेगा.
गण्ड मूल समय सुबह 06:02 से 09:57 तक रहेगा. बाण स्थिति की बात करें तो रोग बाण का प्रभाव रात 01:36 से लेकर पूरी रात्रि तक रहेगा, जिससे स्वास्थ्य संबंधित विषयों में सावधानी बरतनी चाहिए. आनंदादि योग में आज चर योग सुबह 09:57 तक रहेगा, जिसके बाद स्थिर योग रहेगा, जो शुभ माना गया है. तमिल योग सिद्ध योग रहेगा और अमृत योग का भी प्रभाव रहेगा.
निवास की बात करें तो आज अग्निवास आकाश में है, जो रात 10:55 बजे तक रहेगा. चंद्रवास पूर्व दिशा में है जबकि दिशा शूल उत्तर दिशा में रहेगा. इस कारण उत्तर दिशा की यात्रा से परहेज करना चाहिए.
आज का दिन धार्मिक कार्यों, व्रत, पूजन, यात्रा और किसी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए अनुकूल है, विशेषकर सुबह के समय में. हालांकि राहुकाल और अन्य अशुभ समय को ध्यान में रखते हुए कार्यों की योजना बनाना अधिक फलदायक होगा.
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