Aaj Ka Panchang: आज सूर्योदय प्रातः 5:31 बजे और सूर्यास्त शाम 7:04 बजे होगा। चंद्रोदय रात 8:51 बजे तथा चंद्रास्त अगली सुबह 6:12 बजे होगा.
Aaj Ka Panchang: आज का दिन पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है, जो 15 मई की भोर 2 बजकर 29 मिनट तक रहेगी. आज बुधवार के दिन कई विशेष योगों का संयोग बन रहा है, जो धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. विक्रम संवत 2082 कालयुक्त, शक संवत 1947 विश्वावसु और गुजराती संवत 2081 नल के अनुसार, आज सूर्य मेष राशि में स्थित हैं और रात 12:21 बजे वृषभ में प्रवेश करेंगे। वहीं चंद्रमा वृश्चिक राशि में भ्रमण कर रहे हैं.
आज सूर्योदय प्रातः 5:31 बजे और सूर्यास्त शाम 7:04 बजे होगा। चंद्रोदय रात 8:51 बजे तथा चंद्रास्त अगली सुबह 6:12 बजे होगा. नक्षत्र की बात करें तो अनुराधा नक्षत्र आज दोपहर 11:47 बजे तक रहेगा, इसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा, जो रात 12:59 बजे तक चलेगा. अनुराधा नक्षत्र में गण्ड मूल का संयोग बन रहा है, जो 11:47 बजे से प्रभावी होगा और अगली सुबह 5:30 बजे तक रहेगा.
आज का दिन विशेष इसलिए भी है क्योंकि ब्रह्म मुहूर्त 4:07 से 4:49 तक रहा, जबकि विजय मुहूर्त दोपहर 2:33 से 3:27 तक रहेगा. इसके अतिरिक्त सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग दोनों ही सुबह 5:31 बजे से दोपहर 11:47 बजे तक प्रभावी रहेंगे, जो किसी भी शुभ कार्य, जैसे कि खरीदारी, नए काम की शुरुआत या यात्रा के लिए अत्यंत अनुकूल हैं. हालांकि, आज राहुकाल दोपहर 12:18 से 1:59 तक और यमगण्ड सुबह 7:13 से 8:54 तक रहेगा, इस समय में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य करने से परहेज करना चाहिए.
| दिनांक | 14 मई 2025 (बुधवार) |
| विक्रम संवत | 2082 कालयुक्त |
| शक संवत | 1947 विश्वावसु |
| गुजराती संवत | 2081 नल |
| चन्द्र मास | ज्येष्ठ – पूर्णिमान्त |
| पक्ष | कृष्ण पक्ष |
| तिथि | द्वितीया – 02:29 AM (15 मई तक) |
| अगली तिथि | तृतीया |
| ऋतु (द्रिक) | ग्रीष्म |
| ऋतु (वैदिक) | वसंत |
| अयन | उत्तरायण |
सूर्य-चंद्र समय
| सूर्योदय | 05:31 AM |
| सूर्यास्त | 07:04 PM |
| चन्द्रोदय | 08:51 PM |
| चन्द्रास्त | 06:12 AM (15 मई) |
नक्षत्र, योग, करण
| नक्षत्र | अनुराधा – 11:47 AM तक |
| अगले नक्षत्र | ज्येष्ठा – 12:59 AM (15 मई) तक |
| योग | परिघ – 06:34 AM तक |
| अगला योग | शिव |
| करण | तैतिल – 01:34 PM तक |
| अगला करण | गर – 02:29 AM (15 मई) तक |
राशि एवं नक्षत्र पद
| चन्द्र | वृश्चिक | अनुराधा (4th) → ज्येष्ठा (1st-3rd) |
| सूर्य | मेष → वृषभ (12:21 AM) | कृत्तिका (1st-2nd पद) |
शुभ एवं अशुभ समय
| ब्रह्म मुहूर्त | 04:07 AM – 04:49 AM |
| विजय मुहूर्त | 02:33 PM – 03:27 PM |
| गोधूलि मुहूर्त | 07:03 PM – 07:24 PM |
| अभिजित मुहूर्त | नहीं है |
| अमृत काल | 04:28 AM – 06:13 AM (15 मई) |
| निशिता मुहूर्त | 11:56 PM – 12:38 AM (15 मई) |
| राहुकाल | 12:18 PM – 01:59 PM |
| यमगण्ड | 07:13 AM – 08:54 AM |
| गुलिक काल | 10:36 AM – 12:18 PM |
| दुर्मुहूर्त | 11:51 AM – 12:45 PM |
विशेष योग और संयोग
| सर्वार्थ सिद्धि योग | 05:31 AM – 11:47 AM |
| अमृत सिद्धि योग | 05:31 AM – 11:47 AM |
| आडल योग | 11:47 AM – 05:30 AM (15 मई) |
| गण्ड मूल | 11:47 AM – 05:30 AM (15 मई) |
| विंछुड़ो योग | पूरे दिन |
| वर्ज्य | 05:56 PM – 07:41 PM |
| बाण | अग्नि – 12:21 AM (15 मई तक) |
अन्य विशेष जानकारी
| दिशा शूल | उत्तर |
| होमाहुति | चन्द्रमा के अनुसार – 11:47 AM तक |
| आनन्दादि योग | सौम्य – 11:47 AM तक |
| तमिल योग | सिद्ध – 11:47 AM तक |
| जीवनम | पूर्ण जीवन (1) |
| नेत्रम | दो नेत्र (2) |
पंचांग के अनुसार आज ‘विंछुड़ो योग’ पूरे दिन रहेगा, जो कि अशुभ माना जाता है. वहीं ‘आडल योग’ और ‘गण्ड मूल’ का प्रभाव दोपहर 11:47 बजे से लेकर अगली सुबह 5:30 बजे तक रहेगा. अमृत काल की बात करें तो यह 15 मई की सुबह 4:28 से 6:13 तक रहेगा. दुर्मुहूर्त का समय दोपहर 11:51 से 12:45 तक रहेगा, जिसे टालना श्रेयस्कर होगा.
आज सूर्य कृत्तिका नक्षत्र के दूसरे चरण में हैं, जबकि चंद्रमा वृश्चिक राशि में हैं, जिससे जीवन में मानसिक बेचैनी, गहराई से विचार और आत्मविश्लेषण की प्रवृत्ति बढ़ सकती है. चंद्रमा का अनुराधा नक्षत्र में होना आध्यात्मिक उन्नति के संकेत देता है, परंतु गण्ड मूल होने के कारण यह समय जन्म वाले शिशुओं के लिए विशेष पूजा की मांग करता है.
ऋतु के अनुसार आज द्रिक ऋतु ग्रीष्म है जबकि वैदिक ऋतु वसंत मानी जा रही है. दिनमान लगभग 13 घंटे 33 मिनट और रात्रिमान 10 घंटे 26 मिनट रहेगा। दिशा शूल उत्तर दिशा में है, अतः उत्तर की ओर यात्रा करने से बचना चाहिए.
कुल मिलाकर आज का दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और कर्मकांड की दृष्टि से अत्यंत महत्व वाला है. जिन कार्यों को शुभ मुहूर्त में आरंभ किया जाएगा, वे निश्चित रूप से सफलता की ओर अग्रसर होंगे. हालांकि दिन के कुछ हिस्सों में अशुभ योगों के कारण सतर्कता आवश्यक है. ज्योतिषाचार्यों की सलाह है कि आज के शुभ समयों का लाभ उठाकर भगवान शिव या अपने इष्ट देव का पूजन करें और अपनी योजनाओं को आकार दें.
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