इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत की तारीफ करते हुए कहा कि इनकी वजह से टीम का भविष्य काफी उज्ज्वल है.
Michael Vaughan on Team India: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत की जमकर तारीफ की है. न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में माइकल वॉन ने कहा कि विराट कोहली की अनुपस्थिति में भारतीय टेस्ट टीम को आगे ले जाने के लिए नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत की संयुक्त ताकत की जरूरत होगी, जिन्होंने अपने समय में अकेले ही यह काम किया था. वॉन ने कहा, “इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अब तक के प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लगता है कि भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप कोहली और रोहित शर्मा से काफी आसानी से आगे बढ़ गया है, लेकिन अच्छी शुरुआत का मतलब यह नहीं है कि काम पूरा हो गया है.
‘टीम इंडिया को आगे जे जाना होगा’
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने वॉन ने कहा, “गिल, जायसवाल और पंत को अब इस भारतीय टेस्ट टीम को उसी तरह आगे ले जाना होगा, जैसे विराट ने अकेले किया था. मुझे लगता है कि ग्रुप शानदार है जो खेल को सही तरीके से खेलता है. उनके पास कुछ सालों में विराट कोहली की तरह भारतीय टेस्ट टीम के लिए विरासत छोड़ने का शानदार मौका है. अगर वे टेस्ट मैच टीम में विराट कोहली की तरह ऊर्जा और इतने लंबे समय तक नंबर-एक का दर्जा लेकर आए, तो उन्होंने अच्छा काम किया है.” बता दें कि विराट कोहली और रोहित शर्मा ने इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट से संन्यास की घोषणा की और वॉन ने कहा कि भारत में हमेशा प्रतिभा की भरमार रहेगी, लेकिन कोहली जैसे खिलाड़ी का ऑरा पाना आसान नहीं है. वॉन ने कहा, “दो दिग्गजों के संन्यास लेने या टीम से बाहर जाने के बाद आप अचानक आगे नहीं बढ़ सकते. शुभमन ने कप्तान और खिलाड़ी के तौर पर शानदार शुरुआत की है. वह एक शानदार खिलाड़ी हैं. बल्लेबाजी के मामले में, मुझे नहीं लगता कि टीम को बहुत संघर्ष करना पड़ेगा.”
कोहली के बारे में क्या कहा?
माइकल वॉन ने कहा, “विराट टेस्ट टीम में प्रतिस्पर्धी ऊर्जा लेकर आए हैं. उन्होंने वह उत्साह और तीव्रता लाई है जिसकी आपको जरूरत है. सामरिक रूप से भी वह बहुत अच्छे थे. यह कुछ ऐसा है जिसे शुभमन कप्तान के रूप में वर्षों में बेहतर कर सकते हैं.” प्रतिभा और संसाधनों की गहराई को देखते हुए, वॉन को उम्मीद है कि भारत टेस्ट क्रिकेट पर हावी रहेगा, जो वे तीन चक्रों में दो डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप) फाइनल में पहुंचने के बावजूद नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा, “अगर मैं भारत होता तो मुझे टेस्ट टीम की चिंता नहीं होती. आप हमेशा एक बहुत ही प्रतिस्पर्धी टीम तैयार करने जा रहे हैं… मैं चाहता हूं कि अगर मैं भारत होता तो मेरी टेस्ट टीम और अधिक सुसंगत होती. भारत में मौजूद प्रतिभा के साथ, मैं चाहता हूं कि वे सभी अलग-अलग क्षेत्रों में अधिक प्रतिस्पर्धी हों, जहां वे खेलते हैं.”
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