Om Prakash Rajbhar : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर एक यूनिवर्सिटी में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. यहां पर उनके कुछ शब्दों से ABVP के कार्यकर्ता नाराज हो गए.
Om Prakash Rajbhar : लखनऊ की सियासी गलियारों में एक बार हलचल बढ़ गई है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) के घर बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. राजभर ने बाराबंकी की एक यूनिवर्सिटी में उनके विरोध प्रदर्शन के लिए संगठन के सदस्यों को गुंडा कहा था. इसके बाद से ही ABVP लगातार विरोध कर रही है और उनका सड़क पर पुतला फूंका, साथ ही उनके खिलाफ नारेबाजी भी की. एबीवीपी कार्यकर्ता ने मांग की कि यूपी की योगी सरकार को मंत्री राजभर को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करना चाहिए.
फुटेज में दिखे पुलिसवाले लाठीचार्ज करते हुए
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को लखनऊ में राजभर के घर के बाहर भी ऐसा ही प्रदर्शन किया. रसड़ा थाने के प्रभारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि प्रदर्शन आधे घंटे तक चला. सोमवार को ABVP के सदस्यों ने श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय परिसर में एक लॉ कोर्सेज की कथित संबद्धता न होने के विरोध में प्रदर्शन किया. दूसरी तरफ ऑनलाइन फुटेज में लाठीचार्ज करते पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारियों से भिड़ते हुए नजर आए. इस झड़प में कई छात्र घायल हो गए और पुलिस चौकी की एक गाड़ी का शीशा टूट गया. एबीवीपी वर्कर ने आरोप लगाया कि राजभर ने लाठीचार्ज का समर्थन किया और उन्हें गुंडा भी कहा.
मंत्री के घर के बाहर विरोध नहीं करना चाहिए
एसबीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर (Arvind Rajbhar) ने मीडिया पर पार्टी प्रमुख राजभर के बयान को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि मंत्री ने कभी गुंडा शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने केवल इस बात जोर दिया कि विरोध प्रदर्शन संवैधानिक और लोकतांत्रिक तरीके होने चाहिए. अरविंद राजभर ने छात्रों पर लाठीचार्ज के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ABVP ने जो मांग रखी वह जायज. उन्होंने यह भी कहा कि किसी मंत्री के बाहर पथराव और गाली-गालौज करना लोकतांत्रिक नहीं है. अरविंद ने आरोप लगाया कि यह यह सुनियोजित तरीके से साजिश रची गई, किसी भी तरह से समाज के अंदर नफरत और नफरत फैलाई जा सके.
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