Pilgrimage to Mata Vaishno Devi : वैष्णो देवी की यात्रा लगातार 11वें दिन भी स्थगित कर दी गई. हालांकि, कुछ धूप निकलने से राहत मिली है लेकिन इसके बाद भी भूस्खलन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने ऐसा फैसला लिया है.
Pilgrimage to Mata Vaishno Devi : जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा देवी यात्रा लगातार शुक्रवार को 11वें दिन स्थगित रही. 26 अगस्त को हुए भूस्खलन में 34 लोगों की मौत और अन्य के घायल होने के बाद यात्रा स्थगित कर दी गई थी. हालांकि, दस दिनों से जारी भारी बारिश की वजह से बाढ़ और भूस्खलन के बाद कुछ देर के लिए धूप निकलने से कुछ सुधार हुआ है, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक यात्रा फिर से शुरू करने पर कोई फैसला नहीं लिया है. एक अधिकारी ने कहा कि यात्रा अभी भी स्थगित है और यह तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पिछले हफ्ते अधिकारियों द्वारा लिया गया फैसला है.
स्थिति का किया जा रहा है आकलन
अधिकारियों ने कहा कि यात्रा को फिर से शुरू करने का निर्णय सभी पहलुओं का आकलन करने के बाद उचित समय लिया जाएगा. कोविड-19 प्रतिबंधों के बाद से यह सबसे लंबा निलंबन है, क्योंकि अधिकारी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं और कटरा में क्षतिग्रस्त तीर्थ मार्ग, व्यावसायिक ढांचों का जीर्णोद्धार कार्य कर रहे हैं. कटरा क्षेत्र की त्रिकुटा पहाड़ियों में अधकुंवारी में 26 अगस्त को हुए भूस्खलन में 34 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए. बाढ़ और भूस्खलन के बाद ही यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया गया था. इसी बीच माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार पर शिविर जम्मू और कटरा के बीच स्थानीय लोगों और फंसे हुए यात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए शुरू की गई लोकल ट्रेन को फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया और अगले आदेश तक यह प्रभावी रहेगा.
आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए आर्थिक पैकेज
आधार शिविर कटड़ा के ज्यादातर व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं और इसको ध्यान में रखते हुए व्यापारिक समुदाय के बीच में माथे पर चिंता साफ दिखाई दे रही है. कटड़ा होटल व रेस्तरां संघ के प्रधान राकेश वजीर ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कटड़ा का व्यापार तब तक पटरी पर नहीं लौट सकता है, जब तक सरकार की किसी राहत पैकेज की घोषणा नहीं कर देती है. वजीर ने राज्य सरकार ने आग्रह किया है कि जिन व्यापारियों ने बैंक से लोन लिया है, उनकी 6 किस्तों को माफ कर दिया जाए. इसके अलावा बिजली के बकाए बिलों में छूट दी जाए. साथ ही छह महीने के लिए जीएसटी में सरकार राहत देने का काम करें, ताकि किसी भी स्थिति में व्यापार को वापिस पटरी पर लाया जाए.
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