Iran-US Nuclear Talks : ईरान और अमेरिका के बीच में परमाणु ऊर्जा संवर्धन को लेकर चार दौर की वार्ता हो चुकी है और वह अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है और इसी कड़ी में पांचवें दौर की वार्ता रोम में होने वाली है.
Iran-US Nuclear Talks : परमाणु ऊर्जा संवर्धन (Nuclear Energy Promotion) को लेकर ईरान और अमेरिका के बीच में कई दौर की वार्ता हो चुकी है और इसी बीच पता चला कि दोनों देशों की बीच में वार्ता सही दिशा में चल रही है, लेकिन फिर पता चला कि एक-दो बार चर्चा विफल हो गई है. इसी कड़ी में अमेरिका और ईरान के बीच में पांचवें दौर की वार्ता रोम में होने वाली है. इसमें संवर्धन का मुख्य मुद्दा बनकर उभर सकता है. वहीं, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची (Abbas Araghch) ने शुक्रवार की सुबह कहा कि संवर्धन नहीं होने का मतलब है कि हमारे पास सौदा करने के लिए कुछ नहीं है.
बातचीत का निष्कर्ष निकलना चाहिए
विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा कि सौदे का रास्ता निकालना कोई रॉकेट साइंट नहीं है और अब समय आ गया है कि वार्ता किसी निर्णय पर पहुंचे. वहीं, अमेरिका की तरफ से वार्ता में फिर से मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ और विदेश विभाग के नीति नियोजन निदेशक माइकल एंटोन शामिल होंगे. फिलहाल के लिए अधिकारियों ने वार्ता के लिए आधिकारिक रूप से कोई स्थान नहीं बताया है. लेकिन इटली की राजधानी में ओमानी दूतावास में एक और दौर का चर्चा हो सकती है. इसी बीच ओमान के विदेश मंत्री बदर अल-बुसैदी वार्ता में एक बार फिर मध्यस्थता करते हुए दिखाई देंगे.
यूरेनियम को निशाना बनाकर हमला होगा
वहीं, दोनों देशों के बीच में वार्ता का मुद्दा संवर्धन पर अटका हुआ और दूसरी तरफ अमेरिका का कहना है कि परमाणु कार्यक्रम को सीमित करना है जिसके बदले में अमेरिका द्वारा इस्लामिक गणराज्य पर लगाए कुछ कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को हटाया जाएगा. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार धमकी दी है कि अगर कोई समझौता नहीं हुआ तो वे ईरान के कार्यक्रम को निशाना बनाकर हवाई हमले करेंगे. दूसरी तरफ अधिकारी लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि वे अपने यूरेनियम भंडार के स्तर पर परमाणु हथियार बना सकते हैं. अमेरिका की तरफ से वार्ता में शामिल होने वाले विटकॉफ ने एक समय सुझाव दिया था कि ईरान 3.67 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धन कर सकता है. लेकिन कुछ समय बाद ही कहने लगे कि ईरान को सभी संवर्धन बंद कर देना चाहिए. इसी बीच विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि हमें विश्वास है कि हम वार्ता में सफल होने जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें- सरकार और रिकॉर्ड के बीच फंसे छात्र, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के एडमिशन पर लगी रोक
