Aaj Ka Panchang: आज सूर्योदय प्रातः 5:24 बजे और सूर्यास्त सायं 7:14 बजे होगा. चंद्रमा प्रातः 9:23 बजे उदय होगा और रात्रि 11:33 बजे अस्त होगा.
Aaj Ka Panchang: आज 31 मई 2025, शनिवार को विक्रम संवत 2082 के कालयुक्त संवत्सर में ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. यह तिथि रात्रि 8:15 बजे तक रहेगी, जिसके बाद षष्ठी तिथि प्रारंभ होगी. भारतीय ज्योतिष और पंचांग के अनुसार, यह दिन धार्मिक, सांस्कृतिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है. आज का पंचांग न केवल दैनिक गतिविधियों के लिए शुभ-अशुभ समय का विवरण देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति हमारे जीवन को कैसे प्रभावित कर सकती है. आइए, आज के पंचांग के प्रमुख बिंदुओं और ज्योतिषीय जानकारी को विस्तार से समझते हैं.
सूर्योदय, चंद्रोदय और नक्षत्र-योग का प्रभाव
आज सूर्योदय प्रातः 5:24 बजे और सूर्यास्त सायं 7:14 बजे होगा. चंद्रमा प्रातः 9:23 बजे उदय होगा और रात्रि 11:33 बजे अस्त होगा. आज का नक्षत्र पुष्य है, जो रात्रि 9:07 बजे तक रहेगा, इसके बाद अश्लेशा नक्षत्र शुरू होगा. पुष्य नक्षत्र को ज्योतिष में अत्यंत शुभ माना जाता है, जो समृद्धि, सफलता और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है. योग की बात करें तो वृद्धि योग प्रातः 10:44 बजे तक रहेगा, जिसके बाद ध्रुव योग शुरू होगा. ये दोनों योग कार्यों में स्थिरता और प्रगति के लिए अनुकूल माने जाते हैं. करण में बव प्रातः 8:42 बजे तक और फिर बालव रात्रि 8:15 बजे तक रहेगा, इसके बाद कौलव करण शुरू होगा.
चंद्र राशि कर्क में रहेगी, जबकि सूर्य वृषभ राशि में गोचर करेगा. सूर्य का नक्षत्र रोहिणी और नक्षत्र पद दूसरा रहेगा. ये ज्योतिषीय संयोजन आज के दिन को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बनाते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो व्यापार, शिक्षा या आध्यात्मिक कार्यों में संलग्न हैं.
शुभ और अशुभ समय: कार्यों की योजना के लिए मार्गदर्शन
पंचांग के अनुसार, आज कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं, जो विभिन्न कार्यों के लिए अनुकूल हैं. ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 4:02 बजे से 4:43 बजे तक रहेगा, जो ध्यान, योग और आध्यात्मिक साधना के लिए सर्वोत्तम समय है. अभिजित मुहूर्त, जो मध्याह्न 11:51 बजे से दोपहर 12:47 बजे तक रहेगा, सभी प्रकार के शुभ कार्यों जैसे कि व्यापारिक सौदे, विवाह चर्चा या नए प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए उपयुक्त है. विजय मुहूर्त दोपहर 2:37 बजे से 3:33 बजे तक और गोधूलि मुहूर्त सायं 7:13 बजे से 7:33 बजे तक रहेगा, जो क्रमशः प्रतिस्पर्धी कार्यों और पारिवारिक समारोहों के लिए शुभ है. अमृत काल दोपहर 2:49 बजे से 4:23 बजे तक और निशिता मुहूर्त रात्रि 11:59 बजे से 12:39 बजे (1 जून) तक रहेगा. रवि योग रात्रि 9:07 बजे से प्रातः 5:24 बजे (1 जून) तक रहेगा, जो कार्यों में सफलता और सकारात्मकता लाने के लिए अनुकूल है.
वहीं, अशुभ समय की बात करें तो राहुकाल प्रातः 8:51 बजे से 10:35 बजे तक रहेगा, जिसमें कोई भी महत्वपूर्ण कार्य शुरू करना वर्जित माना जाता है. यमगण्ड दोपहर 2:03 बजे से 3:47 बजे तक और गुलिक काल प्रातः 5:24 बजे से 7:08 बजे तक रहेगा. इसके अतिरिक्त, गण्ड मूल नक्षत्र रात्रि 9:07 बजे से प्रातः 5:24 बजे (1 जून) तक रहेगा, जिस दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. दुर्मुहूर्त प्रातः 5:24 बजे से 7:15 बजे तक रहेगा, जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.
ऋतु, अयन और अन्य ज्योतिषीय तथ्य
आज का दिन ग्रीष्म ऋतु और उत्तरायण अयन के अंतर्गत है, जो वैदिक और द्रिक दोनों परंपराओं में मान्य है. दिन की अवधि 13 घंटे 50 मिनट 14 सेकंड और रात्रि की अवधि 10 घंटे 9 मिनट 32 सेकंड रहेगी. मध्याह्न दोपहर 12:19 बजे होगा. होमाहुति बुध ग्रह को समर्पित है, और दिशा शूल पूर्व दिशा में है, जिसका अर्थ है कि आज पूर्व दिशा की यात्रा से बचना चाहिए. आनंदादि योग में मित्र योग रात्रि 9:07 बजे तक रहेगा, जो मित्रता और सहयोग के लिए शुभ है, इसके बाद मानस योग शुरू होगा. तमिल योग में अमृत योग रात्रि 9:07 बजे तक रहेगा, जो सभी कार्यों के लिए शुभ माना जाता है.
ज्योतिषीय महत्व और सुझाव
आज का दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए अनुकूल है जो व्यापार, शिक्षा, या धार्मिक कार्यों में रुचि रखते हैं. पुष्य नक्षत्र और वृद्धि योग के प्रभाव से नए कार्य शुरू करने, निवेश करने या दीर्घकालिक योजनाएं बनाने के लिए यह दिन शुभ है. हालांकि, राहुकाल और गण्ड मूल के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए. धार्मिक दृष्टिकोण से, आज भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना विशेष फलदायी रहेगा. चंद्रमा की कर्क राशि में उपस्थिति भावनात्मक संतुलन और पारिवारिक एकता को बढ़ावा देगी.
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