Home Top News ‘आकाश आनंद की राजनीति पर बेचैनी स्वाभाविक’, मायावती बोलीं- कुछ लोगों को असहज कर रहा

‘आकाश आनंद की राजनीति पर बेचैनी स्वाभाविक’, मायावती बोलीं- कुछ लोगों को असहज कर रहा

by Sachin Kumar
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mayawati and akash anand

UP Politics : मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक के तौर पर आकाश आनंद तीन राष्ट्रीय समन्वयकों के ऊपर काम करेंगे. यह पद आकाश के लिए बनाया गया है और यही वजह है कि वह पार्टी में दूसरे नंबर के नेता बन गए हैं.

UP Politics : बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने बीते दिनों पहले अपने भतीजे आकाश आनंद को मुख्य राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर पद पर फिर से नियुक्त कर दिया था. अब मायावती उन चीजों को लेकर सतर्क हो गईं हैं जिसकी वजह से पार्टी का विवाद बाहर जाता है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा कि यह स्वाभाविक है कि आकाश आनंद ने राजनीतिक उतार चढ़ाव देखा है. लेकिन उनकी वापसी के बाद से कुछ लोगों को काफी बैचेनी हो रही है. इसके अलावा उन्होंने अपनी मुख्य विरोधी पार्टी BJP, कांग्रेस और SP पर जमकर निशाना साधा है.

दूसरे नंबर पर फिर मिली आकाश को जगह

मायावती ने कांग्रेस, BJP और SP के साथ गठबंधन करने वाली प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के प्रति आगाह करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ही एकमात्र सच्ची अंबेडकरवादी पार्टी है. साथ ही BSP बहुजन समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी हित में कार्रवाई करने और पश्चाताप करने पर उन्हें वापस लेने की इसकी परंपरा रही है. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि आकाश आनंद की राजनीतिक यात्रा उतार-चढ़ाव के बाद चीफ नेशनल कोआर्डिनेटर के रूप में एक बार फिर से नियुक्त कर दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक के तौर पर आनंद तीन राष्ट्रीय समन्वयकों से ऊपर काम करेंगे. बता दें कि यह पद आकाश आनंद के लिए खासतौर से बनाया गया है और इसकी वजह से वह पार्टी में दूसरे नंबर के नेता बन गए हैं.

बाबा साहेब और मान्यवर के संदेश को आगे बढ़ाएंगे

पूर्व मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि आकाश अब बाबा साहेब अंबेडकर और मान्यवर कांशीराम के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह समर्पित होंगे. साथ ही मायावती ने उन लोगों को पर निशाना साधा जो बीएसपी को बीजेपी की बी टीम बताते हैं, उन्होंने कहा कि पार्टी में अवसरवादी और स्वार्थी लोगों के लिए कोई जगह नहीं है. प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए मायावती ने अपने समर्थकों से कहा कि ऐसे लोगों से सावधान रहे और अपने मिशन पर फोकस करते हुए अंबेडकरवाद के संदेश को जनता तक लेकर जाएं. साथ ही BSP प्रमुख ने कांग्रेस, BJP और SP पर बहुजन एकता को कमजोर करने का आरोप लगाया.

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