Indus Water Treaty Cancelled : मुख्यमंत्री हिमंत ने कहा कि ब्रह्मापुत्र का अधिकांश प्रवाह पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश के कारण उत्पन्न होता है, जबकि ग्लेशियर पिघलने और सीमित तिब्बती वर्षा नदी के जल प्रवाह केवल 30 से 35 फीसदी का योगदान देती है.
Indus Water Treaty Cancelled : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) चलाने से पहले सिंधु जल संधि स्थगित कर दी थी. इसके बाद से ही पाकिस्तान लगातार भारत से आग्रह कर रहा है कि इसको एक बार फिर से शुरू कर देना चाहिए. इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने मंगलवार को कहा कि भारत द्वारा स्थगित करने के बाद, पाकिस्तान एक नया मनगढ़ंत खतरा गढ़ रहा है कि अगर चीन ने ब्रह्मापुत्र का प्रवाह को रोक दिया तो फिर क्या होगा? उन्होंने स्पष्ट किया कि हालांकि चीन ने ऐसा कोई कदम उठाने की घोषणा नहीं की है, लेकिन अगर ऐसा चीन करता है तो यह असम के लिए काफी अच्छा होगा. साथ ही हर साल आने वाली बाढ़ से भी काफी राहत मिलेगी.

चीन सिर्फ 30 फीसदी योगदान देता
मुख्यमंत्री हिमंत ने कहा कि ब्रह्मापुत्र का अधिकांश प्रवाह पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश के कारण उत्पन्न होता है, जबकि ग्लेशियर पिघलने और सीमित तिब्बती वर्षा नदी के जल प्रवाह केवल 30 से 35 फीसदी का योगदान देती है. पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि अगर चीन भारत को ब्रह्मपुत्र का पानी देना बंद कर दे? इसके बाद असम के मुख्यमंत्री का बयान सामने आया और उन्होंने कहा कि पानी के प्रवाह को कम करने के लिए चीन ने किसी आधिकारिक मंच से नहीं दिया है, लेकिन चीन वास्तव में ऐसा करता है तो असम में हर साल आने वाली बाढ़ को कम कर देगा. हिमंत ने बताया कि बाढ़ आने की वजह से हर साल लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ता है और आजीविका भी नष्ट हो जाती है. इसी बीच जिस पाकिस्तान ने आतंकवाद को पालने के साथ 74 सालों तक सिंधु जल का फायदा उठाया और भारत एक बार फिर से इसका संप्रभु ने ले लिया है तो वह बौखलाया गया है.

भारत के भीतर उत्पन्न होती है 65 फीसदी नदी
सीएम सरमा ने दावा किया है कि ब्रह्मपुत्र एक ऐसी नदी है जो भारत में बढ़ती है, बल्कि सिकुड़ती नहीं है. उन्होंने यह भी बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि चीन सिर्फ ब्रह्मपुत्र नदी में 30 फीसदी ही योगदान देता है. बाकि का बचा हिस्सा भारत के भीतर उत्पन्न होता है और वह अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड और मेघालय में मूसलाधार मानसून वर्षा की वजह से होता है. इसके अलावा इसमें सुबनसिरी, लोहित, कामेंग, मानस, धनसिरी, जिया-भरली और कोपिली जैसी नदियों का बड़ा योगदान देती है. ब्रह्मपुत्र कोई ऐसी नदी नहीं है जिस पर भारत निर्भर है बल्कि यह एक वर्षा आधारित भारतीय नदी है जो कि भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद मजबूत होती है. यही वजह है कि ब्रह्मपुत्र को किसी एक स्त्रोत से नियंत्रित नहीं किया जा सकता है.

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