हरियाणा में सत्ता की वापसी की राहें तलाश रही कांग्रेस के लिए राहुल गांधी ने अब एक प्लान बनाया है. राहुल गांधी एक अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं.
Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इन दिनों काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं. राहुल गांधी जहां एक ओर ऑपरेशन सिंदूर और बाकी मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साध रहे हैं. इस कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को कांग्रेस के संगठन में नई जान फूंकने के अभियान के तहत हरियाणा के वरिष्ठ पार्टी नेताओं और AICC द्वारा अपॉइन्ट किए गए सुपरवाइजर्स के साथ बैठक करेंगे. राहुल गांधी बुधवार सुबह 17 वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व एचपीसीसी प्रमुख, महासचिव कुमारी शैलजा और वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल होंगे.
इस बैठक में क्या होगा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 17 कांग्रेस नेता पार्टी इकाई के पुनर्गठन पर फीडबैक देंगे. पिछले 11 वर्षों से हरियाणा में कांग्रेस का जिला स्तरीय संगठन नहीं है और राहुल गांधी का दौरा इस प्रक्रिया को गति देने के लिए काफी अहम है. अहम ये भी है कि पिछले एक दशक से पार्टी हरियाणा में सत्ता से बाहर है. बीते हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सत्ता में वापसी की उम्मीद की जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका और बीजेपी ने सभी को पूरी तरह चौंका दिया. यही कारण है कि पार्टी आलाकमान ने अब हरियाणा में फोकस करने का प्लान बनाया है.
राहुल ने दिया था ये बयान
कांग्रेस ने हरियाणा में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा मामलों के प्रभारी बी के हरिप्रसाद ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया एक महीने में पूरी कर ली जाएगी. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी AICC द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों के साथ एक और बैठक भी करेंगे. इससे पहले मंगलवार को गांधी ने ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत भोपाल का दौरा किया था. माना जा रहा है कि आने वाली जिम्मेदारी उन कार्यकर्ताओं को सौंपी जाएगी जो काफी लंबे समय से पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं और पूरी सत्यता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं. इससे पहले भी राहुल गांधी कह चुके हैं कि अब समय आ गया है कि पार्टी और बारात के घोड़ों को अलग किया जाए. राहुल के इस बयान को कांग्रेस की सेकेंड लाइन ऑफ लीडरशिप से जोड़कर देखा जा रहा है.
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