Home Top News आज का पंचांग, 30 जून 2025, जानिए शुभ-अशुभ मुहूर्त, तिथि, योग और करण आदि

आज का पंचांग, 30 जून 2025, जानिए शुभ-अशुभ मुहूर्त, तिथि, योग और करण आदि

by Rishi
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Aaj Ka Panchang: दिन की अवधि 13 घंटे 56 मिनट 37 सेकंड और रात की अवधि 10 घंटे 3 मिनट 44 सेकंड रहेगी. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आज ग्रीष्म ऋतु का प्रभाव है.

Aaj Ka Panchang: आज 30 जून 2025, सोमवार को विक्रम संवत 2082 के कालयुक्त संवत्सर में आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. यह तिथि सुबह 9:23 बजे तक रहेगी, जिसके बाद षष्ठी तिथि प्रारंभ होगी. आज का नक्षत्र मघा है, जो सुबह 7:20 बजे तक रहेगा, इसके बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र शुरू होगा. चंद्रमा सिंह राशि में स्थित है, जबकि सूर्य मिथुन राशि में आर्द्रा नक्षत्र के तृतीय चरण में है. आज का योग सिद्धि है, जो शाम 5:21 बजे तक रहेगा, फिर व्यतीपात योग शुरू होगा. करण बालव सुबह 9:23 बजे तक, फिर कौलव और तैतिल करण आएंगे. यह खगोलीय गणना नई दिल्ली के स्थानीय समय के अनुसार की गई है. सूर्योदय और चंद्रोदय की बात करें तो आज सूर्योदय सुबह 5:26 बजे होगा, जबकि सूर्यास्त शाम 7:23 बजे होगा. चंद्रमा का उदय सुबह 10:11 बजे और चंद्रास्त रात 11:07 बजे होगा.

दिन की अवधि 13 घंटे 56 मिनट 37 सेकंड और रात की अवधि 10 घंटे 3 मिनट 44 सेकंड रहेगी. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आज ग्रीष्म ऋतु का प्रभाव है, जबकि द्रिक गणना के अनुसार वर्षा ऋतु प्रारंभ हो चुकी है. वैदिक अयन उत्तरायण है, लेकिन द्रिक अयन दक्षिणायण है, जो सूर्य की दक्षिण दिशा की गति को दर्शाता है. मध्याह्न का समय दोपहर 12:25 बजे है, जो ज्योतिषीय गणनाओं के लिए महत्वपूर्ण है. शुभ समय की दृष्टि से आज ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:06 बजे से 4:46 बजे तक रहेगा, जो ध्यान, योग और आध्यात्मिक कार्यों के लिए उत्तम है.

प्रातः संध्या सुबह 4:26 बजे से 5:26 बजे तक और सायाह्न संध्या शाम 7:23 बजे से 8:23 बजे तक रहेगी. अभिजित मुहूर्त, जो सभी शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त है, दोपहर 11:57 बजे से 12:53 बजे तक रहेगा. विजय मुहूर्त दोपहर 2:44 बजे से 3:40 बजे तक और गोधूलि मुहूर्त शाम 7:22 बजे से 7:42 बजे तक रहेगा. अमृत काल, जो विशेष रूप से शुभ कार्यों के लिए अनुकूल है, 1 जुलाई को तड़के 2:05 बजे से 3:47 बजे तक रहेगा. निशिता मुहूर्त 1 जुलाई को रात 12:05 बजे से 12:45 बजे तक रहेगा, जो रात्रिकालीन पूजा-अनुष्ठानों के लिए उपयुक्त है. रवि योग सुबह 7:20 बजे से अगले दिन सुबह 5:27 बजे तक रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए अतिरिक्त अनुकूलता प्रदान करता है.

अशुभ समय की बात करें तो राहुकाल सुबह 7:11 बजे से 8:56 बजे तक रहेगा, जिसमें शुभ कार्य शुरू करना वर्जित है. यमगंड काल सुबह 10:40 बजे से दोपहर 12:25 बजे तक और गुलिक काल दोपहर 2:09 बजे से 3:54 बजे तक रहेगा. विडाल योग सुबह 7:20 बजे से अगले दिन सुबह 5:27 बजे तक रहेगा. वर्ज्य काल दोपहर 3:52 बजे से 5:34 बजे तक रहेगा, जिसमें शुभ कार्यों से बचना चाहिए. गंड मूल सुबह 5:26 बजे से 7:20 बजे तक रहेगा, जो कुछ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है.

दुर्मुहूर्त दोपहर 12:53 बजे से 1:48 बजे तक और फिर 3:40 बजे से 4:36 बजे तक रहेगा. बाण चोर है, जो 1 जुलाई को रात 12:04 बजे से पूर्ण रात्रि तक रहेगा. आनंदादि योग के अनुसार, आज ध्वांक्ष योग सुबह 7:20 बजे तक रहेगा, जो अशुभ माना जाता है. इसके बाद केतु/ध्वज योग शुरू होगा, जो शुभ है. तमिल योग में मरण योग सुबह 7:20 बजे तक रहेगा, फिर सिद्ध योग शुरू होगा. जीवनम अर्ध जीवन और नेत्रम एक नेत्र स्थिति में हैं, जो ज्योतिषीय गणनाओं में विशिष्ट महत्व रखते हैं.

होमाहुति बुध को समर्पित है, और दिशा शूल पूर्व दिशा में है, जिसके कारण इस दिशा में यात्रा से बचना चाहिए. यह पंचांग नई दिल्ली के स्थानीय समय और भौगोलिक स्थिति के आधार पर तैयार किया गया है. आषाढ़ मास का शुक्ल पक्ष और कालयुक्त संवत्सर का यह दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. शुभ कार्यों के लिए अभिजित, अमृत काल और रवि योग का उपयोग करें, जबकि अशुभ समय में सावधानी बरतें. यह जानकारी ज्योतिष प्रेमियों और धार्मिक अनुष्ठानों में रुचि रखने वालों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी.

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