Home Latest News & Updates UP Politics: इमरान मसूद पर सपा नेता उदयवीर सिंह का तीखा बयान; गठबंधन पर फिर उठे सवाल

UP Politics: इमरान मसूद पर सपा नेता उदयवीर सिंह का तीखा बयान; गठबंधन पर फिर उठे सवाल

by Jiya Kaushik
0 comment

UP Politics: उदयवीर सिंह का यह बयान इमरान मसूद के बयानों पर साफ संदेश है कि पार्टी के भीतर कुछ तो चल रहा है. इन तीखे बयानों के बाद पार्टी में कौनसा भूचाल आएगा ये देखने वाली बात होगी.

UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. इस बार विवाद की वजह बने हैं कांग्रेस नेता इमरान मसूद, जिनकी हालिया टिप्पणियों पर सपा नेता उदयवीर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि गठबंधन की स्थिति को लेकर कोई भ्रम नहीं है और इमरान मसूद जैसे नेताओं के बयानों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.

‘सिर्फ लीडरशिप की बात को दें महत्व’

सपा नेता उदयवीर सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गठबंधन पर कोई अंतिम निर्णय पार्टी की लीडरशिप ही करती है. कार्यकर्ता या स्थानीय नेता अक्सर सुर्खियों में रहने के लिए कुछ भी बयानबाज़ी कर देते हैं, लेकिन उन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, “सपा और कांग्रेस की लीडरशिप क्या कहती है, बस उसी पर ध्यान देना चाहिए. बाकी नेता तो बोलते रहते हैं.”

इमरान मसूद पर सीधा हमला

इमरान मसूद के बयानों को लेकर उदयवीर सिंह ने कहा कि अगर उन्हें कुछ कहना है, तो राहुल गांधी से बात करके कहें. उन्होंने मसूद की राजनीतिक प्रतिबद्धता पर भी सवाल उठाया और कहा कि, “इमरान मसूद मूल रूप से कांग्रेसी नहीं बल्कि सपाई हैं. उनकी बातों को तवज्जो देने की जरूरत नहीं है, महत्व नेतृत्व की बातों को देना चाहिए.”

राहुल गांधी और विपक्ष की भूमिका की तारीफ

सपा नेता ने राहुल गांधी के विपक्ष में भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उनका एक साल का कार्यकाल काफी प्रभावशाली रहा है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह संसद में चर्चा से बचती रही और विपक्ष की आवाज को दबाया गया. उन्होंने उपसभापति की भूमिका को भी लोकतंत्र के लिए हानिकारक बताया.

‘कुर्सी के लिए धोखा नहीं करेंगे’- अखिलेश

अखिलेश यादव को विपक्ष के नेता बनाए जाने के सवाल पर उदयवीर सिंह ने कहा कि सपा अध्यक्ष में पद की कोई लालसा नहीं है. उन्होंने कहा, “अगर सदन में नंबर हमारे होंगे तो जरूर, लेकिन कुर्सी के लिए हम धोखा नहीं करेंगे. मायावती को पहले आगे किया गया था, इस बार भी अखिलेश जी ने गठबंधन को प्राथमिकता दी.” साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने गठबंधन से अलग होकर गलत किया, लेकिन सपा आज भी मजबूती से गठबंधन के साथ खड़ी है.

यह भी पढ़ें: RCom Loan Fraud Case: अनिल अंबानी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, SBI ने लोन अकाउंट को बताया ‘फ्रॉड’

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?