सीएम सरमा ने कहा कि सरकार मॉडल स्कूलों में तैनात शिक्षकों की सेवा शर्तों में सुधार के साथ-साथ स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है.
Guwahati: असम के चाय बागानों में काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों को भी अब अच्छी शिक्षा मिलेगी. उन्हें शिक्षा के जरिए मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम सरकार चाय बागान क्षेत्रों में 80 और मॉडल स्कूल खोलेगी. साथ ही कक्षा 9 और 10 के छात्रों के लिए मध्याह्न भोजन योजना और स्मार्ट कक्षा सुविधाओं जैसी पहल भी शुरू करेगी. गुरुवार को यहां चाय बागान मॉडल स्कूलों और आदर्श विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चाय बागान क्षेत्रों के शैक्षणिक परिदृश्य में गुणात्मक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने राज्य भर के 800 चाय बागानों में 200 मॉडल स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया है. सरकार के इस निर्णय से अभिभावकों में खुशी की लहर है.
खुलेंगे 80 और मॉडल स्कूल
कहा कि नवंबर 2022 में 118 स्कूलों की आधारशिला रखी गई थी, जो वर्तमान में चाय बागान क्षेत्रों में कार्यरत है. उन्होंने कहा कि इन मॉडल स्कूलों की सफलता को देखते हुए सरकार चाय बागान क्षेत्रों में ऐसे 80 और स्कूल खोलेगी. उन्होंने बेहतर समावेशन सुनिश्चित करने के लिए चाय बागान स्कूलों में विभिन्न समुदायों के छात्रों के नामांकन को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया. सरमा ने कहा कि सरकार मॉडल स्कूलों में तैनात शिक्षकों की सेवा शर्तों में सुधार के साथ-साथ स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है. सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सरकार कक्षा 9 और 10 के छात्रों के लिए मिड-डे मील शुरू करने पर विचार कर रही है, जिससे छात्रों की पढ़ने में रुचि बढ़े और वे स्कूल न छोड़ें, जो अब तक नर्सरी से कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए ही उपलब्ध है.
दाखिले के लिए बच्चों को किया जाएगा प्रोत्साहित
उन्होंने कहा कि सरकार मॉडल स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड और स्मार्ट क्लासरूम शुरू करने के लिए कदम उठाएगी. उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों के छात्रों को चाय बागान मॉडल स्कूलों में दाखिला लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. क्योंकि इससे विभिन्न समुदायों के छात्रों के साथ सामंजस्य और सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री ने राज्य के 57 आदर्श विद्यालयों के कामकाज का भी जायजा लिया. उन्होंने कहा कि आदर्श विद्यालयों की स्थापना उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के माध्यम से प्रतिभा, मूल्यों और रचनात्मकता को पोषित करने के उद्देश्य से की गई थी. सरकार दूरदराज के क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है.
छात्रों को साइकिल देगी सरकार
सरमा ने कहा कि सरकार चाय बागान मॉडल स्कूलों और आदर्श विद्यालयों में बीएड छात्रों के लिए एक वर्ष के अनिवार्य प्रशिक्षु प्रशिक्षण को औपचारिक रूप देने के लिए कदम उठाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों में छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सरकार कक्षा 6 से आगे के छात्रों को साइकिल प्रदान करेगी. छात्रों को स्कूल आने और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए प्रेरित करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार छात्रों के लिए अनिवार्य स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ स्कूल ब्रेकफास्ट कार्यक्रम शुरू करने पर विचार कर रही है.
ये भी पढ़ेंः ‘पढ़ेगा तभी बढ़ेगा इंडिया’ लेकिन गिनती और पहाड़े कैसे याद करेगा इंडिया? इस सर्वे ने खोली पोल
