Terriost Attack On Pakistan: आतंक को पालने वाला देश खुद बना उसका सबसे बड़ा शिकार, जानें 2014 के दिल दहला देने वाले हमले की पूरी कहानी.
Terriost Attack On Pakistan: आतंकवाद को लंबे समय से संरक्षण देने वाला पाकिस्तान अब उसी आतंक का सबसे भीषण दंश झेल रहा है. हाल ही में बलूचिस्तान में हुए आतंकी हमले में यात्रियों को बस से उतारकर पहचान पूछने के बाद गोलियों से भून डाला गया. इस हमले में नौ लोग मारे गए. लेकिन यह पाकिस्तान में हुआ पहला या सबसे बड़ा आतंकी हमला नहीं है.
2014 का वो खौफनाक दिन, जिसने पाकिस्तान को हिला दिया
पाकिस्तान के इतिहास का सबसे भयानक आतंकी हमला 16 दिसंबर 2014 को हुआ था, जब पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल (APS) पर तालिबानी आतंकियों ने हमला किया. इस हमले में कुल 148 लोग मारे गए थे, जिनमें 132 स्कूली बच्चे शामिल थे. यह हमला इतना क्रूर था कि पूरी दुनिया हिल गई थी.
कैसे अंजाम दिया गया था ये खूनी हमला?
सुबह 10:30 बजे हमला
16 दिसंबर की सुबह लगभग 10:30 बजे सात आतंकी पाकिस्तानी सेना की यूनिफॉर्म में स्कूल के पिछले दरवाजे से दाखिल हुए. सभी के पास ऑटोमैटिक हथियार थे.
ऑडिटोरियम में मौत का तांडव
आतंकी सबसे पहले स्कूल के ऑडिटोरियम में पहुंचे, जहां बच्चे फर्स्ट एड ट्रेनिंग के लिए इकट्ठा थे. वहां उन्होंने बिना रुके गोलियां बरसाईं.
क्लासरूम दर क्लासरूम कत्लेआम
इसके बाद एक-एक क्लास में घुसकर बच्चों को निशाना बनाया गया. कई बच्चों के शरीर के चीथड़े उड़ गए, खून से क्लासरूम की दीवारें और फर्श लाल हो गई.
कौन था जिम्मेदार?
इस नरसंहार की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी. TTP के प्रवक्ता मोहम्मद खुर्रासानी ने हमले के बाद बयान में कहा कि,“हमने बड़े बच्चों को मारने का आदेश दिया था, छोटे बच्चों को निशाना न बनाने की हिदायत दी गई थी.” हमले को अंजाम देने के लिए 6 आत्मघाती हमलावरों को भेजा गया था.
क्या हुआ आरोपियों का?

हमले के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना पर जबरदस्त दबाव बना. जिसके चलते हमले के बाद पाकिस्तान में मिलिट्री कोर्ट का गठन हुआ और चार आतंकियों को फांसी की सजा सुनाई गई.
हालात अब भी नहीं सुधरे
2024 में बलूचिस्तान में हुआ हमला यह साबित करता है कि पाकिस्तान अब भी आतंक के साए में जी रहा है. झोब ज़िले में एक यात्री बस को रोककर 9 लोगों को गोलियों से छलनी किया गया. बता दें सभी मृतक पंजाब प्रांत के थे.
पाकिस्तान में 2014 का ये पेशावर स्कूल हमला इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जाता है. इसने न केवल पूरे देश को झकझोर दिया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि आतंक को पालना अंततः खुद को ही खत्म कर देने जैसा है. आज भी पाकिस्तान उस खौफनाक साये से उबर नहीं पाया है.
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