दिल्ली के वेलकम इलाके में चार मंजिला इमारत गिरने से छह लोगों की मौत हो गई है और आठ लोग घायल हो गए हैं. हादसे पर लगातार गंभीर सवाल खड़े हुए हैं.
Building Collapsed in Delhi: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में एक चार मंजिला इमारत गिरने से दो साल की बच्ची समेत छह लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए. घटना की जानकारी शनिवार को एक पुलिस अधिकारी ने दी. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, हादसे के बाद इमारत के मालिक, उनकी पत्नी, दो बेटों और दो अन्य के शव मलबे से निकालकर जीटीबी अस्पताल भेजे गए. आठ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि मलबे में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं. अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ समेत कई एजेंसियों को तैनात किया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “शनिवार सुबह करीब 7.04 बजे हमें ईदगाह, वेलकम के पास एक चार मंजिला इमारत के ढहने की सूचना मिली. जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो उन्होंने पाया कि इमारत की तीन मंजिलें ढह गई थीं. अब तक आठ घायलों को बचाया जा चुका है – सात को जेपीसी अस्पताल और एक को जीटीबी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है. सभी लापता लोगों को बचा लिया गया है; हालांकि, बचाव अभियान अभी भी जारी है.”
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (नॉर्थ-ईस्ट) संदीप लांबा ने कहा, “इमारत के मालिक मतलूब अपने परिवार के साथ इसी इमारत में रहते थे. ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर खाली थी. सामने वाली इमारत को भी नुकसान पहुंचा है”. इस घटना में मतलूब (50), उनकी पत्नी राबिया (46) और दो बेटे – जावेद (23) और अब्दुल्ला (15) की मौत हो गई. ज़ुबिया (27) और उसकी दो साल की बेटी फोजिया सहित दो और लोग भी मारे गए. घायलों में मतलूब के दो अन्य बेटे – 32 वर्षीय परवेज, उनकी पत्नी सिजा, उनका एक वर्षीय बेटा अहमद (21) और 19 वर्षीय नावेद शामिल हैं. 60 वर्षीय गोविंद, उनके भाई रवि कश्यप (27) और उनकी पत्नियाँ दीपा (56) और ज्योति (27) भी घायलों के कारण अस्पताल में भर्ती हैं, जो सामने वाली इमारत में रहते थे. सामने वाली इमारत के एक अन्य व्यक्ति अनीस अहमद अंसारी ने बताया कि उन्हें भी इस घटना में मामूली चोटें आई हैं. उन्होंने कहा, “जैसे ही इमारत गिरी, मलबा हमारी इमारत पर गिरा और मैं भी घायल हो गया. स्थानीय लोगों सहित सभी लोग परिवार को बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. हमें उम्मीद है कि वे सुरक्षित हैं.”
क्या बोले चश्मदीद?
यह इमारत उस समय गिरी जब स्थानीय लोग सुबह की सैर पर निकले थे, जिनमें से कई ने सबसे पहले बचाव कार्य किया और दमकल अधिकारियों के मौके पर पहुँचने से पहले ही फंसे हुए लोगों को बचाने की कोशिश शुरू कर दी. दिल्ली अग्निशमन सेवा प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि सीलमपुर में ईदगाह रोड के पास जनता कॉलोनी की गली नंबर 5 में बचाव अभियान के लिए दमकल की सात गाड़ियाँ घटनास्थल पर पहुंचीं. पड़ोस में रहने वाली अस्मा ने पीटीआई को बताया, “सुबह करीब 7 बजे, मैं अपने घर में थी, तभी मुझे तेज़ आवाज़ सुनाई दी और चारों तरफ धूल थी। जब मैं नीचे आई, तो देखा कि हमारे पड़ोसी का घर ढह गया था.”
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