चैतन्य बघेल को धन शोधन निरोधक अधिनियम की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया है.वह मामले में नए साक्ष्य मिलने के बाद की गई तलाशी के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे.
Chhattisgarh: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया. दुर्ग जिले के भिलाई कस्बे में उनके घर पर नए छापे के बाद उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिया गया. सूत्रों ने बताया कि चैतन्य बघेल को धन शोधन निरोधक अधिनियम की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया क्योंकि वह मामले में नए साक्ष्य मिलने के बाद की गई तलाशी के दौरान कथित तौर पर सहयोग नहीं कर रहे थे.
नए सबूत मिलने पर ईडी ने की कार्रवाई
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता बघेल के परिसरों में उनके बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच से जुड़े शराब घोटाले के तहत नए सिरे से तलाशी ली. मामले में नए सबूत मिलने के बाद ईडी ने दुर्ग जिले के भिलाई शहर में बघेल के घर पर, जिसे पिता-पुत्र दोनों साझा करते हैं, धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत छापा मारा. अपने भिलाई आवास के बाहर मीडिया से बात करते हुए बघेल ने कहा कि अपने आका को खुश करने के लिए, मोदी और शाह ने मेरे घर ईडी को भेजा है. हम न डरेंगे और न ही झुकेंगे. भूपेश बघेल नहीं डरेंगे. हम सच्चाई की लड़ाई लड़ेंगे.
भिलाई स्थित आवास पर छापा
प्रवर्तन निदेशालय (ED ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के दुर्ग जिले के भिलाई स्थित आवास पर शुक्रवार को छापा मारा. बघेल ने कहा कि उनके खिलाफ ये कार्रवाई दुर्भावनापूर्वक की गई है. विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है. बघेल ने कहा कि उनकी पार्टी पेड़ों की कटाई का मुद्दा शुक्रवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में उठाने वाली थी. बघेल के कार्यालय ने ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट में कहा कि ईडी आ गई. विधानसभा के मॉनसून सत्र का 18 जुलाई को अंतिम दिन है.
न्यायपालिका पर भरोसाः बघेल
बघेल ने कहा कि उन्होंने इस महीने की शुरुआत में रायगढ़ जिले के तमनार तहसील का दौरा किया था और कोयला खदान परियोजना के लिए पेड़ों की कटाई का विरोध किया था .ये खदान महाराष्ट्र राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड को आवंटित है, जिसने एमडीओ (खदान विकासकर्ता सह संचालक) का ठेका एक उद्योगपति को दिया गया है. उधर, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को अपने परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के बीच कहा कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, लेकिन उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है. वे ईडी का सहयोग करेंगे.
लोकतंत्र और न्यायपालिका में जताया भरोसा
उन्होंने कहा कि एक तरफ बिहार में चुनाव आयोग की मदद से मतदाताओं के नाम (मतदाता सूची से) हटाए जा रहे हैं. लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और दूसरी तरफ वे विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए ईडी, आईटी, सीबीआई, डीआरआई का दुरुपयोग कर रहे हैं. बघेल ने कहा कि अब देश की जनता समझ गई है और अच्छी तरह से जागरूक है. कांग्रेस नेता ने कहा कि ईडी ने पहले मेरे घर पर छापा मारा था. अब वे फिर से आए हैं. इसका क्या मतलब है? हम पूरा सहयोग करेंगे, चाहे उन्हें भरोसा हो या न हो, हम लोकतंत्र और न्यायपालिका में विश्वास करते हैं.
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