राज्य के मौसम विभाग ने शिमला, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर और मंडी सहित राज्य के 12 जिलों में से पांच में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.
Shimla: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से पति-पत्नी की मौत हो गई. भूस्खलन से सड़कें बंद होने से आवागमन ठप हो गया है. राजमार्ग के दोनों तरफ हजारों वाहन फंसे हुए हैं. शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है.मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. लोगों को घरों से बाहर न निकलने की चेतावनी दी गई है. भूस्खलन के कारण सूबे की 471 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं. सामान्य जनजीवन ठप हो गया है. राज्य के मौसम विभाग ने शिमला, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर और मंडी सहित राज्य के 12 जिलों में से पांच में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. चंबा जिले में भारी बारिश के कारण सोमवार तड़के सुतान्ह गांव में एक घर के ऊपर चट्टान गिर गई, जिससे हाल ही में शादी करने वाले सनी और पल्लू की मौत हो गई.
शैक्षणिक संस्थान बंद
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के बाद भूस्खलन और सड़कें अवरुद्ध होने के कारण राज्य के चार जिलों के कई उपखंडों में स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे. शिमला जिले के ठियोग, रोहड़ू, जुब्बल, चौपाल और कुमारसैन, मंडी जिले के थुनाग और करसोग, कुल्लू जिले के अनी और सिरमौर जिले के शिलाई में शैक्षणिक संस्थान बंद रहे. हालांकि, देरी से की गई घोषणा से छात्रों और अभिभावकों को असुविधा हुई. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 471 प्रभावित सड़कों में से सबसे अधिक 310 आपदा प्रभावित मंडी जिले में हैं, जबकि 1,199 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर और 676 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 707 (हाटकोटी से पोंटा साहिब) सिरमौर जिले में शिलिया के पास बंद है.
पठानकोट-बिलासपुर राजमार्ग बंद
मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग 4-मील और 9-मील के पास अवरुद्ध है क्योंकि सड़क पर मलबा गिरना जारी है, जिससे वाहनों का आवागमन बाधित हो गया है. पठानकोट-बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद है. मंडी में थलोट के पास भूस्खलन में एक वाहन दब गया, जबकि चंबा जिले में नकरोड़-थल्ली पुल बह गया. शिमला में जुब्बड़हट्टी कांगड़ा में सबसे अधिक 147.4 मिमी बारिश हुई. इसके बाद नगरोटा सूरियां (127.4 मिमी), चुवारी (118.3 मिमी), मंडी (112.4 मिमी), जोगिंदरनगर (100 मिमी), नाहन (95.7 मिमी) और पंडोह (86 मिमी) आदि स्थानों पर बारिश हुई. राज्य में मानसून की शुरुआत 20 जून को हो गई थी. इसके बाद से राज्य भर में भारी बारिश के कारण 72 लोगों की मौत हो गई और 34 लापता हैं. इस मानसून सीजन में 22 बादल फटने और 21 भूस्खलन हुए हैं, जिससे लगभग 1,235 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
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