बार-बार हंगामे के कारण कार्यवाही दोपहर दो बजे के लिए स्थगित कर दी गई है. कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्य खड़े हो गए और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग करते हुए ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
New Delhi: सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में विपक्षी दलों ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर जोरदार हंगामा किया, जिसके कारण कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. 12 बजे के बाद जब लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो विपक्ष देश की सुरक्षा पर मोदी से जवाब मांगने लगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यवाही में बाधा न डालने के लिए विपक्ष से अनुरोध किया, बावजूद विपक्षी शांत नहीं हुए और अपना हंगामा जारी रखा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार हैं, बशर्ते विपक्ष शांत रहे. बार-बार हंगामे के कारण कार्यवाही फिर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्य खड़े हो गए और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग करते हुए ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया. ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान पर हमले किए थे.
नियमों के अनुसार ही चलेगा सदनः ओम बिरला
अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद सदस्यों को ऑपरेशन सिंदूर सहित सभी मुद्दे उठाने की अनुमति देने के लिए तैयार हैं. प्रश्नकाल दिन का पहला घंटा होता है जब सदस्य विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से संबंधित प्रश्न उठाते हैं. उन्होंने कहा कि मैं आपको प्रश्नकाल के बाद सभी मुद्दे उठाने की अनुमति दूंगा. सदन केवल नियमों और विनियमों के अनुसार ही चलेगा. इसमें नारेबाजी और तख्तियां लहराने की अनुमति नहीं दी जा सकती. हालांकि, विपक्षी सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा, जिसके कारण अध्यक्ष को सुबह 11 बजे शुरू हुए लगभग 20 मिनट के कामकाज के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. कांग्रेस सदस्य सदन के बीचोंबीच आ गए, जबकि अन्य विपक्षी सदस्य अपनी सीटों से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित कई अन्य लोग सदन में उपस्थित थे.
मानसून सत्र ‘विजय उत्सव’ की तरहः मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद का मानसून सत्र एक ‘विजय उत्सव’ की तरह है क्योंकि भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत अपने लक्ष्यों को शत-प्रतिशत हासिल किया है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सांसद एक स्वर में इस भावना को व्यक्त करेंगे. सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने आतंकवादियों के आका पाकिस्तान के चेहरे से पर्दा हटाने के प्रयासों के लिए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की स्थिति से अवगत कराने हेतु दुनिया के विभिन्न हिस्सों का दौरा करने वाले बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों की सराहना की. उन्होंने कहा कि मानसून सत्र एक ‘विजय उत्सव’ है क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सैन्य शक्ति और क्षमता का प्रदर्शन हुआ.
सेना ने आतंकवाद के आकाओं को उनके घरों में घुसकर मारा
मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों ने अपने निर्धारित लक्ष्यों को शत-प्रतिशत हासिल किया. ऑपरेशन सिंदूर के तहत सशस्त्र बलों ने 22 मिनट के भीतर आतंकवाद के आकाओं को उनके घरों में घुसकर मारा और उनके ठिकानों को मलबे में बदल दिया. उन्होंने कहा कि मैंने बिहार में कहा था कि हमारी सैन्य शक्ति बहुत कम समय में ही प्रकट हो गई है. दुनिया भी ‘मेड इन इंडिया’ की सैन्य क्षमता की ओर आकर्षित हुई है. मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि सत्र के दौरान सांसद एक स्वर में और विजयी भावना के साथ इन भावनाओं को व्यक्त करेंगे जिससे भारत की सैन्य क्षमता मज़बूत होगी, लोगों को प्रेरणा मिलेगी और मेड इन इंडिया रक्षा क्षमताओं को भी बढ़ावा मिलेगा.
नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प
उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम में हुए क्रूर नरसंहार ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया और आतंकवाद तथा उसके केंद्र की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया. मोदी ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी सरकार की निर्णायक कार्रवाई की भी सराहना की और कहा कि लाल गलियारे अब हरित विकास क्षेत्रों में बदल रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश शुरू से ही हिंसक घटनाओं से ग्रस्त रहा है, चाहे वह आतंकवाद हो या नक्सलवाद. नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से सुरक्षा बल नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि देश के कई ज़िले नक्सलवाद की गिरफ़्त से बाहर आ गए हैं. मोदी ने कहा कि आज हम आज़ादी से सांस ले रहे हैं. हमारा संविधान जीत रहा है.
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