Home Top News SIR का मुद्दा गरमाया, विपक्ष ने किया प्रदर्शन; सदन में दिया PM मोदी की उपस्थिति पर जोर

SIR का मुद्दा गरमाया, विपक्ष ने किया प्रदर्शन; सदन में दिया PM मोदी की उपस्थिति पर जोर

by Sachin Kumar
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Bihar Election 2025 SIR

Bihar Election 2025 : बिहार में SIR का मुद्दा गरमा गया और इसको लेकर संसद के मकर द्वारा पर विपक्षी सांसदों ने विरोध दर्ज कराया. उन्होंने कहा कि सरकार नोटबंदी की तरह वोटबंदी करना चाहती है.

Bihar Election 2025 : लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) समेत विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को बिहार में चुनाव आयोग की तरफ से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ संसद में विरोध प्रदर्शन किया. विपक्षी सांसदों ने संसद भवन के मकर द्वार की सीढ़ियों पर इकट्ठा होकर SIR की प्रक्रिया के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि यह ‘चुनावों की चोरी है’ और ‘SIR भारतीय गणराज्य को नष्ट करना’ वाले पोस्टर लेकर नारे लगाए. इस प्रोटेस्ट में कांग्रेस, SP, RJD, TMC, DMK और JMM समेत कई दलों के समेत कई दलों के सांसदों ने भाग लिया.

विपक्ष ने उठाई SIR के खिलाफ अपनी आवाज

वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने कहा कि SIR को वोटबंदी करार दिया है और आरोप लगाया कि यह मतदान के अधिकार को छीनने की एक बड़ी साजिश है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट की एक पोस्ट में लिखा कि पहले महाराष्ट्र में मतदाता सूचियों में हेराफेरी करके चुनावों में धांधली की गई. अब बिहार में भी ऐसी कोशिश की जा रही है कि मतदाताओं के वोटर्स लिस्ट नाम हटा दी जाए. प्रियंका ने कहा कि SIR की आड़ में थोपी जा रही वोटबंदी संविधान द्वारा प्रदत्त मतदान के अधिकार को छीनने की साजिश रची जा रही है. हम संविधान को कुचलने वाली हर कोशिश के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाएंगे. उन्होंने लोगों का इस ओर भी ध्यान दिलाने की कोशिश की कि बिहार में चल रही वोटबंदी के खिलाफ संसद परिसर में विपक्ष के नेता राहुल गांधी लगातार आवाज बुलंद कर रहे हैं.

विपक्ष ने संसद में उठाए कई गंभीर मुद्दे

इससे पहले कांग्रेस महासचिव संगठन के सी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने बताया कि बैठक के दौरान विपक्ष ने प्रमुख मुद्दों पर सवालों के जवाब देने के लिए सदन में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति पर दबाव बनाने का फैसला किया. वेणुगोपाल के मुताबिक, जिन मुद्दों पर चर्चा हुई उनमें पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान, बिहार की SIR प्रक्रिया, परिसीमन, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, AI 171 विमान दुर्घटना और मणिपुर में गृहयुद्ध शामिल थे. उन्होंने कहा कि यह जनता से जुड़े मुद्दे हैं और इन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए. सूत्रों ने बताया कि विपक्षी नेताओं ने यह मुद्दा उठाने का भी संकल्प लिया कि गांधी को सदन में बोलने की अनुमति दी जाए.

यह भी पढ़ें- स्वास्थ्य, मजबूरी या साजिश… जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर क्या RJD का दावा ही सच है?

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