Russia-Ukraine Tension: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने संघर्ष विराम के लिए शांति वार्ता का प्रस्ताव भेजा है, लेकिन क्रेमलिन ने किसी “चमत्कार” की उम्मीद न करने की बात कहकर साफ संकेत दिया है कि रूस अपने सैन्य और रणनीतिक लक्ष्यों से पीछे हटने को तैयार नहीं.
Russia-Ukraine Tension: बीते कुछ सालों से चल रही रूस-यूक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों ही देशों के बीच एक-दूसरे को लेकर नफरत बढ़ती जा रही है. पूरी दुनिया दोनों देशों की सुलह करवाने कि कोशिश कर रही है. लेकिन इस युद्ध को लेकर रूस का अलग ही नजरिया है. हाल ही में रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन में कहा गया कि रूस-यूक्रेन के बीच किसी भी शांति वार्ता से कोई बदलाव नहीं होने वाला है. वहीं, दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से युद्ध समाप्त करने को लेकर बातचीत कि इच्छा जताई है.
युद्ध समाप्ति पर क्या कहता है रूस
मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन कि तरफ से कहा गया कि रूस-यूक्रेन के बीच प्रस्तावित तीसरे दौर की सीधी शांति वार्ता से युद्ध समाप्ति की किसी तरह की कोई उम्मीद ना लगाई जाए. इसके साथ ही क्रेमलिन ने युद्ध समाप्ति के लिए होने वाले संभावित समझौते को लेकर किसी भी तरह की समय सीमा बताने से इनकार कर दिया है.

जेलेंस्की ने पुतिन को फिर दिया मिलने का प्रस्ताव
जहां एक ओर रूस ने युद्ध टालने के किसी भी प्रस्ताव या शांति वार्ता के लिए अपने कदम पीछे खींच लिए है, तो वहीं दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से युद्ध को शांति पूर्वक खत्म करने के लिए बातचीत को लेकर फिर प्रस्ताव दिया है. लेकिन इस समय रूस के रैवया देख कर ये कहना मुश्किल है की इस मुलाकात के बाद भी कुछ बदलाव होगा.
क्रेमलिन ने जताई उम्मीदें न होने की बात
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एक बार फिर शांति वार्ता की संभावनाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि मौजूदा हालात में किसी भी ‘चमत्कारी प्रगति’ की उम्मीद करना व्यर्थ है. पेसकोव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “हम अपने हितों की रक्षा करने और अपने निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. फिलहाल हालात ऐसे नहीं हैं कि किसी ठोस वार्ता की उम्मीद की जाए.”
रूस के इस रुख से ठीक पहले, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को यह जानकारी दी थी कि कीव ने एक और दौर की शांति वार्ता के लिए तुर्किये में प्रस्ताव भेजा है. जेलेंस्की ने संघर्ष विराम की दिशा में तेजी लाने की बात कही थी, लेकिन रूस के सख्त जवाब से जाहिर है कि मॉस्को फिलहाल किसी भी नरमी के मूड में नहीं है.
यह बयान ऐसे समय आया है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय रूस-यूक्रेन संघर्ष में किसी भी संभावित समाधान की उम्मीद लगाए बैठा है. लेकिन क्रेमलिन का यह रुख साफ करता है कि राजनीतिक संवाद की राह अब भी लंबी और मुश्किल है.
यूक्रेनी शहरों पर जारी है रूस का कहर
जहां एक ओर कूटनीतिक स्तर पर शांति वार्ता की कोशिशें जारी हैं, वहीं जमीनी हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. सोमवार रात, रूसी सेना ने यूक्रेन के चार शहरों पर जोरदार बमबारी की, जिसमें एक मासूम बच्चे की मौत हो गई और 41 नागरिक घायल हो गए. रूसी हमले ड्रोन और ग्लाइड बमों के ज़रिए किए गए, जिससे कई रिहायशी इलाकों में तबाही मची. ये हमले इस बात का संकेत हैं कि मॉस्को अभी भी सैन्य दबाव बनाकर बातचीत की शर्तें तय करने की रणनीति पर कायम है.
इस ताजा हमले से साफ हो गया है कि मैदान-ए-जंग और कूटनीतिक गलियारों, दोनों मोर्चों पर संघर्ष पूरी ताकत से जारी है. ऐसे में किसी भी शांति समझौते की उम्मीदें और भी कमजोर होती दिख रही हैं.
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