आरोपी खुद को पश्चिम आर्कटिका का राजनयिक बताकर वाणिज्य दूतावास चला रहा था. वह देश और विदेश की कंपनियों में लोगों को नौकरी दिलाने का झूठा वादा करके सौदे कराने में लिप्त था.
Lucknow: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (STF)ने गाजियाबाद में चल रहे एक फर्जी दूतावास का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में विशेष कार्य बल ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.वह खुद को अस्तित्वहीन पश्चिम आर्कटिका का राजनयिक बताकर वाणिज्य दूतावास चला रहा था. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि गाजियाबाद के कवि नगर निवासी आरोपी हर्षवर्धन जैन को फर्जी दूतावास चलाने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया. एसटीएफ की नोएडा इकाई के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला कि जैन देश और विदेश की कंपनियों में लोगों को नौकरी दिलाने का झूठा वादा करके सौदे कराने में लिप्त था. एजेंसी ने कहा कि उस पर फर्जी कंपनियों के जरिए हवाला रैकेट चलाने में भी शामिल होने का संदेह है.
फर्जी दूतावास का भंडाफोड़
STF के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने लोगों को गुमराह करने के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ खुद को दिखाने वाली मॉर्फ्ड तस्वीरों का इस्तेमाल किया. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने कहा कि आरोपी एक किराए के मकान से फर्जी दूतावास चला रहा था और खुद को पश्चिम आर्कटिका, सबोरगा, पोल्विया और लोडोनिया जैसे गैर-मौजूद देशों के वाणिज्यदूत या राजदूत के रूप में पेश करता था. वह फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट वाले वाहनों में भी घूमता था. पूछताछ से पता चला कि आरोपी का अतीत में विवादास्पद धर्मगुरु चंद्रास्वामी और अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर अदनान खशोगी के साथ संबंध था. 2011 में, जैन पर एक अवैध सैटेलाइट फोन की बरामदगी से संबंधित एक मामले में मामला दर्ज किया गया था.
जाली राजनयिक पासपोर्ट, 34 विदेशी रबर स्टैंप बरामद
उसकी गिरफ्तारी के बाद फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट वाले चार वाहन, माइक्रोनेशन के 12 जाली राजनयिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मुहर लगे फर्जी दस्तावेज, दो जाली पैन कार्ड, विभिन्न देशों और कंपनियों के 34 रबर स्टैंप और दो फर्जी प्रेस कार्ड जब्त किए गए हैं. एसटीएफ ने 44.7 लाख रुपए नकद, विदेशी मुद्रा, कई कंपनियों से संबंधित दस्तावेज और 18 फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट भी बरामद किए हैं. एजेंसी ने कहा कि कवि नगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की कार्रवाई जारी है. STF ने बताया कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में कौन-कौन शामिल हैं. STF ने बताया कि उसे कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि गाजियाबाद में एक व्यक्ति खुद को राजनयिक बताकर लोगों को नौकरी दिलाने का वादा कर रहा है. इस सूचना पर STF ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और सटीक जानकारी मिलते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
ये भी पढ़ेंः सावधान! कहीं आपके साथ न हो जाए ATM में धोखाधड़ी, इस तरह दिया जाता है फ्रॉड को अंजाम
