किश्तवाड़ जिले के सिंथन नाले में अचानक आई बाढ़ के कारण किश्तवाड़-सिंथन मार्ग भी अवरुद्ध हो गया. मौसम में सुधार और सड़क के साफ होने तक राजमार्ग पर यात्रा न करने की सलाह दी गई है.
Jammu: रामबन जिले में बुधवार को भारी भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया, जिससे यातायात बाधित हो गया. राजमार्ग बंद होने से अमरनाथ यात्रियों सहित हजारों लोग फंस गए. आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी बाधित हो गई है. जम्मू क्षेत्र में बुधवार को तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश जारी रही. बढ़ते जलस्तर के कारण नदियां और अधिकांश जलाशय उफान पर हैं. अधिकारियों ने बताया कि जिला अधिकारी मौसम की स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं और 24 जुलाई तक भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी अचानक बाढ़ की चेतावनी के बीच किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं.
राजमार्ग पर यात्रा न करने की सलाह
यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अचानक आई बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन से रामबन जिले के मगेरकोट के पास एक पुल सुरंग प्रभावित हुई, जिससे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया, जो कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के बीच सेरी के पास राजमार्ग पर एक और भूस्खलन हुआ. प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित एजेंसियों ने सड़क पर यातायात को सुचारु बनाने के लिए दोनों स्थानों पर एक साथ मलबा हटाने के लिए अपने कर्मियों और मशीनों को तैनात कर दिया है. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि मौसम में सुधार होने तक राजमार्ग पर यात्रा न करें. अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर से लौट रहे अमरनाथ तीर्थयात्रियों के दो काफिलों सहित हजारों लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं.
जिला मुख्यालयों पर नियंत्रण कक्ष स्थापित
अधिकारियों ने बताया कि किश्तवाड़ जिले के सिंथन नाले में अचानक आई बाढ़ के कारण किश्तवाड़-सिंथन मार्ग भी अवरुद्ध हो गया. अधिकारियों ने बताया कि राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, डोडा और रामबन जिलों में भूस्खलन के कारण विभिन्न संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं. उन्होंने कहा कि इन सभी सड़कों को साफ करने के प्रयास जारी हैं. अधिकारियों ने कहा कि बारिश से कई कच्चे घरों और गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है. लेकिन सटीक संख्या विस्तृत आकलन के बाद ही पता चलेगी. भारी बारिश को देखते हुए जम्मू संभाग के सभी जिला मुख्यालयों पर 24×7 नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए गए. अधिकारियों ने कहा कि यह कदम आईएमडी द्वारा एक दिशानिर्देश बुलेटिन जारी करने के बाद उठाया गया, जिसमें अगले 24 घंटों में जम्मू संभाग में अचानक बाढ़ के कम से मध्यम जोखिम की चेतावनी दी गई थी. अधिकारियों ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (डीडीएमए) से सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और जोखिमों को कम करने के लिए स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार आवश्यक सावधानी और उपाय करने का आग्रह किया गया है.
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