शूटर ने प्रतिद्वंद्वी गोगी गिरोह के सदस्य करण थापा की हत्या कर दी थी. 28 मार्च को अलीपुर के नेहरू एन्क्लेव इलाके में बाइकसवार हमलावरों ने थापा को गोली मार दी थी.
New Delhi: दिल्ली के सरोजिनी नगर इलाके में मुठभेड़ के बाद टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के अनुसार, हरियाणा का मंजीत उर्फ दादा उत्तरी दिल्ली के अलीपुर में दर्ज एक हत्या के मामले में वांछित था. पुलिस ने बताया कि गोलीबारी के दौरान उसके पैर में गोली लग गई और उसका इलाज चल रहा है. मंगलवार को आरोपी को प्रतिद्वंद्वी गोगी गिरोह के सदस्य करण थापा की हत्या के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसे 28 मार्च को अलीपुर के नेहरू एन्क्लेव इलाके में बाइकसवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसे हरिश्चंद्र अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. पुलिस को प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हत्या के पीछे टिल्लू ताजपुरिया और गोगी गिरोह के बीच गहरी और हिंसक प्रतिद्वंद्विता थी.
गैंगस्टर पाकस्मा के निर्देशों पर कर रहा था काम
मामले में तीन लोगों नांगलोई के मंजीत उर्फ दादा, नीरज उर्फ भूरा और राजस्थान के बहरोड़ के हिमांशु उर्फ मोनू की पहचान शूटरों के रूप में की गई थी. हमले से पहले इलाके की टोह लेने वाले हिमांशु को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि अन्य दो फरार थे. मंजीत की गतिविधियों के बारे में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने सरोजिनी नगर में जाल बिछाया. अधिकारी ने कहा कि जब मंजीत को रोका गया, तो उसने भागने की कोशिश की और पुलिस टीम पर तीन राउंड गोलियां चलाईं. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिससे आरोपी के पैर में चोट लग गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान मंजीत ने खुलासा किया कि वह गैंगस्टर दीपक पाकस्मा उर्फ भोला के निर्देशों पर काम कर रहा था, जिसने 2023 में तिहाड़ जेल में ताजपुरिया की हत्या के बाद टिल्लू ताजपुरिया गिरोह की कमान संभाली थी. उन्होंने कहा कि माना जाता है कि पाकस्मा विदेश से काम कर रहा है और वहीं से गिरोह की गतिविधियों को संचालित कर रहा है.
पढ़ाई छोड़ जरायम की दुनिया में आया
मंजीत ने अपने साथियों नीरज और हिमांशु के साथ मिलकर थापा पर कथित तौर पर कई राउंड गोलियां चलाईं, जिससे उसकी मौत हो गई. रोहतक के हुमायूंपुर गांव के रहने वाले मंजीत ने एक सरकारी स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की और आईटीआई खरखौदा में दाखिला लिया था, लेकिन पढ़ाई छोड़ दी. बाद में वह गिरोह में शामिल हो गया और कई अपराधों में भाग लेते हुए एक सक्रिय सदस्य बन गया. पुलिस ने कहा कि वह पहले दिल्ली और हरियाणा में हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन से संबंधित छह आपराधिक मामलों में शामिल रहा है. इनमें दिल्ली की स्पेशल सेल और हरियाणा के रोहतक, सांपला और खरखौदा के विभिन्न थानों में दर्ज मामले शामिल हैं, जिनमें 2019 का सामूहिक बलात्कार और पॉक्सो का मामला भी शामिल है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के समय उसके पास से एक पिस्तौल, तीन कारतूस, एक चोरी की मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। उसके सहयोगी नीरज का पता लगाने और टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के अन्य कार्यों से जुड़े अन्य पहलुओं का पता लगाने के प्रयास जारी हैं.
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