Home Top News भारत- रूस के ऊर्जा व रक्षा संबंध होंगे और मजबूत, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कर सकते हैं भारत की यात्रा

भारत- रूस के ऊर्जा व रक्षा संबंध होंगे और मजबूत, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कर सकते हैं भारत की यात्रा

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
Modi-Putin

डोभाल बुधवार को द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा संबंधों पर महत्वपूर्ण वार्ता करने और इस वर्ष के अंत में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा की ज़मीन तैयार करने के लिए मास्को पहुंचे.

Moscow: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मास्को में रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से गुरुवार को मुलाकात की. इस दौरान कहा कि रूस अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ विश्व व्यवस्था बनाने तथा अंतरराष्ट्रीय कानून की सर्वोच्चता सुनिश्चित करने के लिए भारत के साथ सक्रिय सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. डोभाल बुधवार को द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा संबंधों पर महत्वपूर्ण वार्ता करने और इस वर्ष के अंत में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा की ज़मीन तैयार करने के लिए मास्को पहुंचे. उनकी यात्रा ऐसे दिन शुरू हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी कर रूसी तेल ख़रीदने पर भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ़ लगाया, जो दोगुना होकर 50 प्रतिशत हो गया. डोभाल के साथ अपनी मुलाक़ात के दौरान शोइगु ने कहा कि रूस और भारत मज़बूत, समय-परीक्षित मैत्री संबंधों से जुड़े हैं.

दोनों देश सहयोग के इच्छुक

कहा कि हमारे देशों के बीच अब एक बहु-स्तरीय विश्वास-आधारित राजनीतिक संवाद प्रभावी ढंग से काम कर रहा है. डोभाल और शोइगु की यह मुलाकात दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाएगी. हमारे नेताओं के बीच अगली पूर्ण वार्ता की तारीख़ें तय करना महत्वपूर्ण है. सरकारी समाचार एजेंसी TASS ने उनके हवाले से कहा. मालूम हो कि क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने 19 नवंबर, 2024 को कहा था कि पुतिन जल्द भारत का दौरा करेंगे. इस मौके पर शोइगु ने कहा कि भारत के साथ विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना रूस के लिए सबसे महत्वपूर्ण है. शोइगु ने कहा कि भारत के साथ हम अंतर्राष्ट्रीय कानून के शासन को सुनिश्चित करने, आधुनिक चुनौतियों और खतरों का संयुक्त रूप से मुकाबला करने के लिए सक्रिय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं.

संबंधों को नई दिशा देगा शिखर सम्मेलन

डोभाल ने उम्मीद जताई कि शिखर सम्मेलन द्विपक्षीय संबंधों के विकास को नई दिशा देगा और वार्ता का एक “ठोस और ठोस” परिणाम निकलेगा. स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, डोभाल रक्षा और आर्थिक सहयोग पर चर्चा के लिए शीर्ष रूसी अधिकारियों से मुलाकात कर सकते हैं. इसके अलावा, क्रेमलिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि रूस, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ की राष्ट्रपति पुतिन के साथ हुई बातचीत के बारे में एनएसए डोभाल को जानकारी देगा, जिसके बाद अगले सप्ताह ही अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन आयोजित करने पर सहमति बनी है. उशाकोव ने कहा कि हर कोई जानता है कि कल, विटकॉफ की रिपोर्ट के तुरंत बाद, ट्रम्प ने अपने कई प्रमुख यूरोपीय सहयोगियों को फोन किया और उनके साथ इस मामले पर चर्चा की. मैं यह बताना चाहूंगा कि हमने भी, उचित माध्यमों का उपयोग करते हुए अपने निकटतम सहयोगियों और मित्रों को विटकॉफ के साथ उक्त बैठक में चर्चा किए गए मुद्दों के बारे में सूचित करना शुरू कर दिया है. भारत के अलावा रूस द्वारा चीन को भी विस्तार से जानकारी देने की उम्मीद है क्योंकि उसके दो निकटतम सहयोगी मास्को से तेल खरीदने के कारण पश्चिमी हमलों का निशाना बन गए हैं.

ये भी पढ़ेंः भारत-अमेरिका संबंधों पर खड़गे ने मोदी सरकार को घेरा, कहा- 50 प्रतिशत टैरिफ कूटनीतिक विफलता

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?