Monsoon Session : संसद के निम्न सदन में जन विश्वास विधेयक पेश किया गया और उसका लक्ष्य व्यापार को सुगम बनाना है. हालांकि, बिल पेश करने के बाद इसको प्रवर समिति के पास भेज दिया गया है.
Monsoon Session : लोकसभा में केंद्र सरकार ने जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक पेश कर दिया है. यह बिल जीवन और व्यापार के पहले के मुकाबले सुगम बनाने का काम करेगा. साथ ही यह विधेयक छोटे अपराधों को अपराध श्रेणी से भी बाहर करने का प्रावधान करेगा. सोमवार को इस बिल को पेश किया गया और उसके बाद स्टेंडिंग कमेटी को भेज दिया गया है. वहीं, विधेयक पेश करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह विधेयक व्यापार को सुगम बनाने के लिए विश्वास आधारित शासन को बढ़ावा देने का प्रयास करता है. इसके बाद ही बिल को लोकसभा की प्रवर समिति के पास भेज दिया गया.
रिपोर्ट प्रस्तुत करने का काम सौंपा
बताया जा रहा है कि समिति को संसद के अगले सत्र के पहले दिन तक सदन को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का कार्य सौंपा गया है. दूसरी तरफ बिहार में मतदाता सूची संशोधन और अन्य मुद्दों पर चर्चा करने की मांग को लेकर लगातार विपक्ष सदन के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहा है और इसी बीच यह विधेयक पेश किया गया. इसके अलावा इस बिल के माध्यम से 350 से ज्यादा प्रावधानों में संशोधन का प्रस्ताव रखा गया है. वहीं, आपको बताते चलें कि लोकसभा और राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया है.
इससे पहले कई प्रावधानों में किया बदलाव
इस विधेयक के माध्यम से सरकार देश के कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है. इससे पहले साल 2023 में जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) अधिनियम पारित किया गया था, जिसके तहत 19 मंत्रालयों और विभागों की तरफ से प्रशासित 42 केंद्रीय अधिनियमों के 183 प्रावधानों को अपराधमुक्त कर दिया गया था. सरकार ने कुछ प्रावधानों में कारावास या जुर्माने को हटा दिया था. साथ ही कुछ नियमों में से कारावास को हटा दिया था और जुर्माने को बरकरार रखा था. इसके अलावा कुछ मामलों में कारावास और जुर्माने को दंड में बदल दिया था.
PM मोदी ने किया था जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर दीवार से जिक्र किया था कि देश में कुछ ऐसे कानून हैं जिन्हें देखने के बाद आश्चर्यजनक लगते हैं. साथ ही कुछ मामूली शिकायतों पर सजा की मांग करते हैं. अभी तक किसी ने भी ध्यान नहीं दिया था लेकिन अब इन्हें पर चर्चा करें संशोधन किया जाएगा.
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