Srilanka News : पूर्व राष्ट्रपति विक्रमसिंघे को सरकारी धन के दुरुपयोग मामले में सीआईडी ने गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद उनसे पूछताछ की जा रही थी और उनकी तबीयत खराब हो गई.
Srilanka News : श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) को सरकारी धन के दुरुपयोग आरोप में 22 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था. इसी बीच विपक्षी दल ने रविवार को विक्रमसिंघे की गिरफ्तारी की निंदा करने के लिए जगह पर इकट्ठा हुए. उन्होंने इस गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक और राजनीतिक प्रतिशोध की तुच्छ कार्रवाई बताया है. इसके अलावा विपक्षी दलों के सभी नेताओं ने विक्रमसिंघे की गिरफ्तारी का करने के लिए कोलंबो में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. दूसरी तरफ 2015 से 2019 तक श्रीलंका के राष्ट्रपति रहे मैत्रीपाला सिरिसेना (Maithripala Sirisena) ने कहा कि हमारा देश बहुत ही खुले और लोकतांत्रिक वाला देश रहा है.
विपक्ष को डरा धमकाया नहीं जा सकता
सिरिसेना ने कहा कि इस तरह की हरकतें उन सिद्धांतों के खिलाफ है, जिनको श्रीलंका ने गढ़ा है. दूसरी तरफ श्रीलंका पीपुल्स फ्रंट (SLPP) के महासचिव करियावासम ने कहा कि उनकी पार्टी विक्रमसिंघे की नीतियों से असहमत है, लेकिन सरकार की तरफ से विपक्ष को डरा धमकाकर चुप करने वाली कोशिश का विरोध करना होगा. बता दें कि गिरफ्तारी के पूर्व राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की हालत खराब हो गई और उन्हें कोलंबो नेशनल अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल की निदेशक डॉ. रुखशान बेलाना ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति अभी भी निर्जलीकरण की स्थिति के कारण निगरानी में हैं. उन्होंने आगे कहा कि विक्रमसिंघे 10 घंटे कोर्ट में समय बिताने के बाद निर्जलीकरण का सामना करना पड़ा था.
राष्ट्रीय अस्पताल में कराया भर्ती
अस्पताल के निदेशक ने कहा कि स्वास्थ्य जटिलताओं से बचाने के लिए अभी उनपर निगरानी रखनी होगी और उन्होंने अभी तीन दिनों तक ICU में रहना होगा. अब मंगलवार को अदालत में होने वाली पेशी अब संभव नहीं है . उन्होंने कहा कि आईसीयू में भर्ती कोई भी व्यक्ति अदालत में पेश नहीं हो सकता है. बता दें कि विक्रमसिंघे को शनिवार को कोलंबो राष्ट्रीय अस्पताल में भेज दिया गया था . एक दिन पहले ही उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी धन के कथित दुरुपयोग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और जमानत देने से साफ मना कर दिया गया. कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट के बाद उन्हें शुक्रवार की आधी रात के करीब मुख्य मैगजीन रिमांड जेल ले जाया गया.
यह भी पढ़ें- पाक FM इशाक डार पहुंचे बांग्लादेश, नेताओं से की मुलाकात; बैठक में उठा 1971 का मुद्दा
