Home Top News ईटानगर के चर्चित दोहरे सुसाइड केस में बड़ा एक्शन: दिल्ली सरकार के विशेष सचिव पोटोम गिरफ्तार

ईटानगर के चर्चित दोहरे सुसाइड केस में बड़ा एक्शन: दिल्ली सरकार के विशेष सचिव पोटोम गिरफ्तार

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
ARREST

Itanagar suicide case: पापुम पारे की पुलिस अधीक्षक नीलम नेगा ने बताया कि दिल्ली सरकार में विशेष सचिव (PWD) के पद पर तैनात पोटोम को गिरफ्तार कर लिया गया है.

Itanagar suicide case: अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने सोमवार सुबह यौन शोषण, जबरदस्ती और भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़े सनसनीखेज दोहरे आत्महत्या मामले में ईटानगर राजधानी क्षेत्र (ICR) के पूर्व उपायुक्त तालो पोटोम को गिरफ्तार कर लिया गया. पापुम पारे की पुलिस अधीक्षक नीलम नेगा ने बताया कि दिल्ली सरकार में विशेष सचिव (PWD) के पद पर तैनात पोटोम ने सुबह करीब साढ़े सात बजे निरजुली पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गुरुवार को मामला सामने आने के बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था. पोटोम भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की कई धाराओं के तहत दर्ज एक मामले में वांछित था, जिसमें आत्महत्या के लिए उकसाने और आपराधिक कदाचार से संबंधित धाराएं भी शामिल थीं. यह मामला एक युवा मल्टी-टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) गोमचू येकर की मौत से संबंधित है, जिसने 23 अक्टूबर को निरजुली के लेखी गांव में अपने किराए के अपार्टमेंट में आत्महत्या कर ली थी.

दो अफसरों पर उत्पीड़न का आरोप

घटनास्थल से मिले एक हस्तलिखित नोट में दो वरिष्ठ अधिकारियों पोटोम और ग्रामीण निर्माण विभाग (आरडब्ल्यूडी) के कार्यकारी अभियंता लिकवांग लोवांग द्वारा उत्पीड़न और जबरदस्ती का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने बताया कि लोवांग ने भी उसी दिन लोंगडिंग जिले में अपने आवास पर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शुरू में निरजुली पुलिस स्टेशन में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 194 के तहत अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया था, लेकिन बाद में परिवार ने दावा किया कि कई सुसाइड नोट बरामद किए गए थे, जिनमें येकर ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे. सुसाइड नोट में येकर ने आरोप लगाया कि लंबे समय तक उसका यौन शोषण और उत्पीड़न किया गया. दावा किया कि लंबे समय तक अपमान, जबरदस्ती और धमकियों ने उसे अपनी जान लेने के लिए मजबूर किया. सुसाइड नोट में अंतरंग संबंधों, हेरफेर, वित्तीय वादों और बाद में धमकियों का भी उल्लेख किया गया है.

युवक ने मौत के लिए पोटोम को ठहराया जिम्मेदार

सुसाइड नोट में कहा गया है कि उसे एचआईवी हो गया था. येकर ने एक अधिकारी पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया. येकर ने दावा किया कि उसे वित्तीय सहायता के रूप में 1 करोड़ रुपये का वादा किया गया था, लेकिन नहीं दिया गया. येकर ने लिखा कि अगर मैं मर जाता हूं, तो यह पोटोम की वजह से होगा. कृपया मुझे न्याय दें. येकर के पिता ने निरजुली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें दोनों अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, यौन शोषण, मानसिक उत्पीड़न, आपराधिक धमकी, भ्रष्टाचार और जीवन को खतरे में डालने के लिए कड़ी आपराधिक कार्रवाई की मांग की गई है. एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 और एचआईवी और एड्स (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 2017 को शामिल किया गया है. यह मांग करता है कि सुसाइड नोट को मरने से पहले दिए गए बयानों के रूप में माना जाए और प्राथमिक साक्ष्य के रूप में संरक्षित किया जाए.

परिजनों ने की निष्पक्ष जांच की मांग

एफआईआर में आगे आरोप लगाया गया है कि येकर को अवैध गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया, बार-बार अपमानित किया गया और बाद में छोड़ दिया गया. इंदिरा गांधी पार्क में शराब और तंबाकू मुक्त आदेश को लागू करने में सहायता के लिए येकर को तत्कालीन डीसी पोटोम द्वारा अस्थायी आधार पर नियुक्त किया गया था. पुलिस रिकॉर्ड से पता चलता है कि बाद में येकर ने अनधिकृत छापे मारकर, नागरिकों पर हमला करके, अवैध जुर्माना वसूलने और पब, बार और शराब की दुकानों से पैसे ऐंठने, ‘मजिस्ट्रेट ऑन ड्यूटी’ नेमप्लेट और जाली मुहरों वाली किराए की कार का इस्तेमाल करके वैध दिखने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया. परिवार ने आरोपियों के शक्तिशाली पदों का हवाला देते हुए केंद्रीय एजेंसियों की भागीदारी सहित निष्पक्ष, संपूर्ण और स्वतंत्र जांच की मांग की है. मूल रूप से ऊपरी सुबनसिरी जिले के दापोरिजो के रहने वाले येकर को पहले 7 लाख रुपये की जबरन वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने कहा कि हम लोवांग की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पोटोम की एचआईवी स्थिति की भी पुष्टि की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः गिरफ्तारी से बचने को फैलाई मौत की अफवाह, फिर भी न बच सका, इस तकनीक से आरोपी तक पहुंची पुलिस

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?