Delhi Politics : LG ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार की 11 साल की लापरवाही और आपराधिक निष्क्रियता की वजह से दिल्ली हवा जहरीली हो गई, जिसके लिए उनकी सरकार जिम्मेदार है.
Delhi Politics : दिल्ली की राजनीति में एक फिर AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को लेकर मामला गरमा गया है. पूर्व मुख्यमंत्री एक फिर सुर्खियों में इसलिए आ गए हैं क्योंकि दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना (VK Saxena) ने 15 पेजों की चिट्ठी लिखकर एयर पॉल्यूशन के मुद्दे पर ‘घोर लापरवाही’ और आपराधिक निष्क्रियता का आरोप लगाया है. साथ ही राजधानी में मौजूदा संकट के लिए उनकी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. फिलहाल के लिए AAP की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. वहीं, चिट्ठी में सक्सेना ने दावा किया कि एयर पॉल्यूशन पर अरविंद केजरीवाल से बातचीत के दौरान उन्होंने इस मुद्दे को हल्के में लेते हुए कहा था कि यह हर साल होता है और एक्टिविस्ट और कोर्ट इसे मुद्दा बनाते हैं और फिर भूल जाते हैं.
इस वजह से हुई दिल्ली की हवा जहरीली
LG ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार की 11 साल की लापरवाही और आपराधिक निष्क्रियता की वजह से दिल्ली हवा जहरीली हो गई, जिसके लिए उनकी सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि AAP के कार्यकाल के दौरान सरकार ने पड़ोसी राज्यों और केंद्र सरकार पर आरोप लगाने पर ध्यान दिया, जबकि धूल प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए ठोस कदम उठाने में नाकाम रही, जिसे सक्सेना ने शहर में PM10 और PM2.5 के लेवल में एक बड़ा योगदान देने वाला बताया. इसके अलावा सक्सेना ने केजरीवाल पर छोटी राजनीति और 10 महीने से भी कम बीजेपी सरकार को परेशान करने की कोशिश का आरोप लगाया.
बसों में लगाना चाहते थे अपनी तस्वीरें
सक्सेना ने लिखा कि वह ये सारी शिकायतों को फोन पर भी बता सकते थे, लेकिन केजरीवाल ने चुनावी हार के बाद उनसे मिलना बंद कर दिया और उनका नंबर तक ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा उन्होंने सड़के और फुटपाथ सालों तक पूरी तरह से खराब हालात को भी जिम्मेदार बताया और इसके कारण दिल्ली में धूल प्रदूषण काफी बढ़ गया था. साथ ही उनकी सरकार पर दिल्ली मेट्रो फेज-IV और रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) जैसी प्रमुख पब्लिक ट्रांसपोर्ट परियोजनाओं को रोकने का भी आरोप लगाया. LG ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा फंडेड ई-बसों में देरी हुई क्योंकि AAP चाहती थी कि उन पर उसके नेताओं की तस्वीरें होनी चाहिए.
11 सालों तक केजरीवाल सरकार ने लापरवाही की
दूसरी तरफ यमुना और दिल्ली की ड्रेनज सिस्टम का हवाला देते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि नदी और नालों को 11 सालों तक लापरवाही का सामना करना पड़ा. एक दशक से ज्यादा समय तक सीवर लाइनों और नालों की सफाई नहीं हुई, जिससे 80 से 90 प्रतिशत ब्लॉकेज और पूरे शहर में जलभराव हो गया. उन्होंने यह भी बताया कि पीने के पानी के लिए दिल्ली की जनता पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है और इसके बाद भी दिल्ली में 58 प्रतिशत पानी बर्बाद हो जाता है जिसको बचाया जा सकता है. सक्सेन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में बुरी हार के बाद केजरीवाल और उनकी पार्टी ने फैसले से सबक सीखने के बजाय दिल्ली में लोगों को झूठ परोसने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह पत्र इसलिए लिख रहे हैं ताकि केजरीवाल द्वारा बनाई गई झूठी सार्वजनिक धारणा लोगों के सामने आ सके, जो हमारे लोकतंत्र में अंतिम जज है.
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