UP NEWS: उत्तर प्रदेश में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती का असर दिखने लगा है. पुलिस ने कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से तीन रोहिंग्या प्रवासियों को गिरफ्तार किया है.
UP NEWS: उत्तर प्रदेश में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती का असर दिखने लगा है. पुलिस ने कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से तीन रोहिंग्या प्रवासियों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सूचना मिलने के बाद सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) ने कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से तीन रोहिंग्या प्रवासियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों की पहचान मोहम्मद इब्राहिम (26), उसके दोस्त मोहम्मद हाशिम (21) और उसकी भाभी शौक तारा (17) के रूप में हुई है. ये सभी म्यांमार के मूल निवासी हैं. कानपुर के सर्कल ऑफिसर (GRP) दुष्यंत कुमार सिंह ने पीटीआई को बताया कि भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने से पहले वे बांग्लादेश के एक रोहिंग्या आश्रय गृह में रह रहे थे. उन्होंने आगे बताया कि हमें बुधवार को रेलवे हेल्पलाइन के माध्यम से सूचना मिली थी कि संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के एक सामान्य डिब्बे में दो पुरुषों को एक लड़की के साथ संदिग्ध रूप से देखा गया था.
2024 से जम्मू में रह रहे हैं आरोपी
सीओ ने बताया कि कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचते ही जीआरपी की एक टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डिब्बे में प्रवेश किया और तीनों को वहां पाया. पूछताछ करने पर वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए और उन्हें ट्रेन से उतारकर विस्तृत पूछताछ के लिए जीआरपी पुलिस चौकी ले जाया गया. सीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान मोहम्मद इब्राहिम ने भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने की बात कबूल की. पुलिस अधिकारी ने बताया कि इब्राहिम ने पुलिस को बताया कि वह 2024 से जम्मू के नरवाल में अपनी पत्नी और चार महीने की बेटी के साथ किराए के मकान में रह रहा है. इब्राहिम ने आगे बताया कि वह हाल ही में बांग्लादेश गया था और अपने दोस्त मोहम्मद हाशिम और साली शौक तारा के साथ भारत लौटा था.
आरोपियों के पास नहीं था कोई वैध दस्तावेज
आरोपी असम के सिलचर से ट्रेन में सवार हुए और गुवाहाटी, जलपाईगुड़ी और प्रयागराज होते हुए कानपुर पहुंचे. अधिकारियों ने बताया कि उनका गंतव्य दिल्ली था, जहां से वे जम्मू जाने की योजना बना रहे थे. पुलिस ने बताया कि तीनों कोई भी वैध दस्तावेज जैसे पासपोर्ट, वीजा या पहचान पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके और तीनों को हिरासत में ले लिया गया. स्थानीय खुफिया इकाइयों, आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस), खुफिया ब्यूरो (आईबी), सेना खुफिया और विशेष शाखा ने भी आरोपियों से पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि जीआरपी पुलिस स्टेशन में विदेशी अधिनियम की धारा 21 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है.कानपुर के सर्कल ऑफिसर (GRP) दुष्यंत कुमार सिंह ने बताया कि सूबे में अवैध रूप से रह रहे लोगों की धड़पकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
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