Reason behind BJP’s loss in Faizabad: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ. इसके बावजूद अयोध्या में BJP की हार हुई. जानते हैं इसके पीछे क्या वजह रही.
05 June, 2024
भव्य राम मंदिर के निर्माण और इस साल जनवरी में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक शानदार अभिषेक समारोह के बावजूद BJP अयोध्या में हार गई. राम मंदिर निर्माण के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर भाजपा ने सपा और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था. हालांकि, लोकसभा चुनाव के नतीजों में अयोध्या से दो बार के भाजपा सांसद लल्लू सिंह की हार हो गई. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद से उन्हें 54,000 से अधिक मतों के अंतर से शिकस्त मिली.
क्यों मिली हार?
अब ज्यादातर लोग इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि अयोध्या BJP हारी है. वहीं, वहां के स्थानीय लोगों का आरोप है कि सरकार ने स्थानीय मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया. आपको बता दें कि फैजाबाद संसदीय क्षेत्र, जहां मंदिरों के शहर अयोध्या से BJP की हार इस वजह से भी बड़ी बात है क्योंकि साल 1990 के दशक से अयोध्या का राम मंदिर भाजपा की राजनीति का आधार रहा है.
लोगों की नाराजगी पड़ी भारी
वहीं, कुछ स्थानीय लोगों के अनुसार, अयोध्या और उसके आसपास की ग्रामीण आबादी के गुस्से और नाराजगी के कारण वहां भाजपा की हार हुई. राम मंदिर के निर्माण और भक्तों के लिए गलियारे बनाने के लिए अयोध्या के लोकल लोगों के घरों और दुकानों को तोड़ा गया. कई लोगों का तो ये भी कहना है कि उन्हें अपनी प्रोपर्टी छोड़ने के लिए पूरा मुआवजा भी नहीं मिला.
क्यों लल्लू सिंह हुए असफल?
कुछ अन्य स्थानीय लोगों का मानना है कि लल्लू सिंह ने चुनाव के लिए कोई प्रभावी अभियान नहीं चलाया. इस वजह से नागरिक वोट डालने के लिए अपने घरों से बाहर नहीं निकले. आंकड़े बताते हैं कि हर बार डाले जाने वाले लगभग 35 हजार वोट इस बार नहीं पड़े.
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