Home Crime मुठभेड़ के बाद नंदू गिरोह के दो शार्पशूटर गिरफ्तार, शूटरों ने की थी गैंगस्टर मंजीत महल के भतीजे की हत्या

मुठभेड़ के बाद नंदू गिरोह के दो शार्पशूटर गिरफ्तार, शूटरों ने की थी गैंगस्टर मंजीत महल के भतीजे की हत्या

by Sanjay Kumar Srivastava
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रोहिणी के सेक्टर 34 के पास मुठभेड़ हुई. दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों से गिरोह की गतिविधियों के बारे में पूछताछ की जाएगी. दोनों दीपक की हत्या में शामिल थे.

New Delhi: दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बवाना हत्याकांड में शामिल नंदू गैंग के 2 शार्पशूटरों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने शुक्रवार को रोहिणी के सेक्टर 34 के पास मुठभेड़ के बाद नंदू गिरोह के दो शार्पशूटरों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि दोनों उत्तर पश्चिमी दिल्ली के बवाना इलाके में गैंगस्टर मंजीत महल के भतीजे दीपक की हत्या में शामिल थे. दीपक (43) सुबह की सैर पर थे, जब उनकी 10 वर्षीय बेटी के सामने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. हमले के दौरान उनकी बेटी के हाथ में भी गोली लगी. दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां दीपक को मृत घोषित कर दिया गया.

आरोपियों ने पुलिस पर चलाई पांच राउंड गोलियां

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हरियाणा के हिसार का सोमबीर उर्फ ​​चीनू और चंडीगढ़ के भास्कर कॉलोनी का विजय है. रोहिणी के सेक्टर 34 के पास मुठभेड़ के दौरान दोनों ने पुलिस पर पांच राउंड गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसके बाद पुलिस ने चार राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें दोनों के पैर में गोली लगी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के ठिकाने के बारे में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा की टीम ने मुनक नहर के पास रोहिणी क्षेत्र में एक जाल बिछाया. आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दिए जाने के बावजूद दोनों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिससे जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. पुलिस ने बिना किसी चोट के उन्हें काबू कर लिया. उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी है और उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. उनसे गिरोह की गतिविधियों और आगे की योजनाओं के बारे में पूछताछ की जाएगी.

दो पिस्तौल और सात कारतूस बरामद

पुलिस ने बताया कि सोमबीर ने दीपक को गोली मारी, जबकि विजय ने उसे और गिरोह के अन्य सदस्यों को पनाह देने और रसद सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सोमबीर और विजय के पास से दो देसी पिस्तौल और सात जिंदा कारतूस बरामद किए गए, साथ ही एक मिसफायर राउंड और चार इस्तेमाल किए गए कारतूस भी घटनास्थल पर मिले. अधिकारी ने कहा कि सोमबीर को गैंगस्टर से दीपक के बारे में जानकारी मिली थी. उसने तीन-चार दिनों तक टोह ली और दीपक को खत्म करने की योजना बनाई. उसने 27 जून को उस पर गोलियां चलाईं. दीपक की कपिल सांगवान उर्फ ​​नंदू और मंजीत महल के बीच प्रतिद्वंद्विता के सिलसिले में हत्या की गई थी.

नंदू और मंजीत महल के बीच कई सालों से दुश्मनी

पुलिस अधिकारी ने कहा कि दीपक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और उसका महल से कोई संपर्क नहीं था, लेकिन नंदू और महल के बीच चल रही प्रतिद्वंद्विता के कारण उसकी हत्या कर दी गई. नंदू और मंजीत महल के बीच कई सालों से दुश्मनी चल रही है, उनकी प्रतिद्वंद्विता के कारण एक दर्जन से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने बताया कि नंदू पहले से ही रेड कॉर्नर नोटिस के तहत वांछित है. पिछले साल तत्कालीन इनेलो के राज्य प्रमुख नफे सिंह राठी को जय किसान पार्टी के एक कार्यकर्ता के साथ झज्जर में बहादुरगढ़ रेलवे क्रॉसिंग के पास गोलियों से भून दिया गया था.

ये भी पढ़ेंः Crime: हत्या के बाद कचरे में फेंका पार्टनर का शव, फिल्मी स्टाइल में खुलीं मामले की परतें

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