कांग्रेस सांसद टैगोर ने कहा कि पूर्व सांसद कुलदीप राय शर्मा की गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेतृत्व और आरएसएस कांग्रेस नेतृत्व को परेशान करना जारी रखे हुए हैं.
Port Blair: सीआईडी ने शुक्रवार को पूर्व कांग्रेस सांसद कुलदीप राय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. उन पर अंडमान एवं निकोबार राज्य सहकारी बैंक (ANSCBL) घोटाले का आरोप था. शर्मा ने यह घोटाला ANSCBL का अध्यक्ष रहने के दौरान किया था. उन्हें पोर्ट ब्लेयर के एक निजी अस्पताल से गिरफ्तार किया गया, जहां वह भर्ती थे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शर्मा को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते डॉ. रितिका डायग्नोस्टिक सॉल्यूशंस मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सुबह अधिकारियों की एक टीम निजी अस्पताल गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर एक मेडिकल बोर्ड उनकी स्वास्थ्य स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करेगा.
कांग्रेस ने गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया
कांग्रेस के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह प्रभारी मणिकम टैगोर ने आरोप लगाया कि एएनएससीबीएल घोटाले में शर्मा की गिरफ्तारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा कांग्रेस को बदनाम करने के लिए राजनीति से प्रेरित है. पीटीआई से बात करते हुए कांग्रेस सांसद टैगोर ने कहा कि आज अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पुलिस ने एएनपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद कुलदीप राय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा नेतृत्व और आरएसएस कांग्रेस नेतृत्व को परेशान करना जारी रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि वे जानते हैं कि वे राजनीतिक रूप से हमसे नहीं लड़ पाएंगे, इसीलिए वे हमारे नेतृत्व को परेशान करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं. वे पुलिस और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं. हम इसका मुकाबला करेंगे और हम कुलदीप जी के साथ खड़े रहेंगे. वह एक मजबूत आदमी हैं और हमें पूरा विश्वास है कि वह इसका मुकाबला करेंगे. हम सभी इस लड़ाई में कुलदीप जी के साथ खड़े हैं.
पूरी पार्टी शर्मा के साथ
कहा कि पूरा कांग्रेस परिवार इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा है. 15 मई को शर्मा के खिलाफ इन्हीं अनियमितताओं के सिलसिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जांच के दौरान पुलिस को एक ड्राइवर (बैंक ऋण घोटाले के एक आरोपी का कर्मचारी), एक चाय की दुकान के मालिक और एक मैकेनिक के बैंक खातों में धन के लेन-देन का पता चला. शर्मा के अलावा एफआईआर में नामित अन्य लोगों में सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष, बोर्ड के सदस्य और बैंक के निदेशक/अधिकारी और कई लाभार्थी शामिल हैं. एक पुलिस सूत्र ने कहा कि आरोप हैं कि बैंक की प्रबंध समिति ने ऋण स्क्रीनिंग समिति की सिफारिशों को नजरअंदाज किया और ऋण स्वीकृत करते समय सीआईबीआईएल रिपोर्ट व अनिवार्य दस्तावेजों को नजरअंदाज कर दिया.
अब तक आठ लोग गिरफ्तार
इस संबंध में पुलिस ने कहा कि उसे सहकारी समितियों (मुख्यालय) के डिप्टी रजिस्ट्रार से शिकायत मिली थी. जिस पर यह कार्रवाई की गई. उन पर विभिन्न लोगों को ऋण स्वीकृत करने में घोर अनियमितता का आरोप लगाया गया था. 25 जून से घोटाले के सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एएनएससीबीएल के प्रबंध निदेशक के मुरुगन, बैंक कर्मचारी कलैवानन, बबलू हलदर (अंडमान मॉर्मन इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक), तरुण मोंडल (ब्लेयर एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक), अजय मिंज (अंडमान ट्रीपी एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक), के सुब्रमण्यन (एएनएससीबीएल निदेशक) और एम साजिद (मेसर्स अंडमान एस्केपेड्स के मालिक) शामिल हैं.
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