अदालत के निर्देश से देश के 21 लाख उम्मीदवारों पर असर पड़ सकता है. याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में मांग की है कि उसे परीक्षा में फिर से बैठने का मौका दिया जाए.
Indore: परीक्षा केंद्र पर बिजली गुल होने से खराब प्रदर्शन का हवाला देते हुए एक छात्रा ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी. जिस पर हाईकोर्ट की इंदौर पीठ ने NEET-UG के नतीजों की घोषणा पर अंतरिम रोक लगा दी. गुरुवार को अदालत के निर्देश से देश के 21 लाख उम्मीदवारों पर असर पड़ सकता है. छात्रा ने कहा है कि उसके परीक्षा केंद्र पर बिजली गुल होने के कारण उसका प्रदर्शन प्रभावित हुआ है. चिकित्सा में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी. इस दिन खराब मौसम के कारण इंदौर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई थी. गुरुवार को अदालत के निर्देश से देश के 21 लाख उम्मीदवारों पर असर पड़ सकता है.
एनटीए, केंद्र सरकार और विद्युत वितरण कंपनी से मांगा जवाब
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में मांग की है कि उसे परीक्षा में फिर से बैठने का मौका दिया जाए. न्यायमूर्ति सुबोध अभ्यंकर ने याचिकाकर्ता को अंतरिम राहत देते हुए कहा कि बिजली गुल होने के कारण उसकी प्रवेश परीक्षा प्रभावित हुई और अधिकारी परीक्षा के दौरान उचित परिस्थितियां प्रदान करने में विफल रहे. उन्होंने कहा कि यह निर्देश दिया जाता है कि सुनवाई की अगली तारीख तक प्रतिवादियों द्वारा नीट-यूजी का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा. याचिका पर अगली सुनवाई 30 जून को होने की संभावना है. अदालत ने प्रतिवादियों में शामिल राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए), केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को भी नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है.
कई केंद्रों पर जनरेटर या बिजली के नहीं थे वैकल्पिक इंतजाम
अदालत ने आगे कहा कि प्रतिवादियों को याचिका पर निर्देश लेने के निर्देश के बावजूद गुरुवार को सुनवाई के लिए कोई भी उपस्थित नहीं हुआ. याचिकाकर्ता के वकील मृदुल भटनागर ने पीटीआई-भाषा से बात करते हुए कहा कि इंदौर में नीट-यूजी के लिए बनाए गए कई केंद्रों पर जनरेटर या बिजली के अन्य वैकल्पिक इंतजाम नहीं थे, जबकि मौसम विभाग ने चार मई को शहर में आंधी-तूफान की चेतावनी पहले ही जारी कर दी थी. उन्होंने कहा कि चार मई को जब मौसम की स्थिति खराब हुई तो तीन घंटे की प्रवेश परीक्षा के दौरान शहर के कई केंद्रों पर एक से दो घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही, जिससे अभ्यर्थियों का प्रदर्शन प्रभावित हुआ. भटनागर ने दावा किया कि अचानक बिजली गुल होने के कारण कुछ केंद्रों पर मोमबत्ती की रोशनी में प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी.
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