Home Latest News & Updates पंजाब में 11वीं के छात्रों को बताए जाएंगे नेता और नौकरी निर्माता बनने के गुर, पाठ्यक्रम में शामिल हुआ ये विषय

पंजाब में 11वीं के छात्रों को बताए जाएंगे नेता और नौकरी निर्माता बनने के गुर, पाठ्यक्रम में शामिल हुआ ये विषय

by Sanjay Kumar Srivastava
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Entrepreneurship: सरकार का मानना है कि छात्रों को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी निर्माता बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. शिक्षा मंत्री ने कहा कि पाठ्यक्रम को अनुभवात्मक और व्यावहारिक बनाया गया है.

Entrepreneurship: पंजाब सरकार ने ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए उद्यमिता (Entrepreneurship) को एक मुख्य विषय के रूप में पेश किया है, जिसका उद्देश्य उद्यमशीलता की मानसिकता को बढ़ावा देना है. सरकार का मानना है कि छात्रों को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी निर्माता बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. 2025-26 शैक्षणिक वर्ष में शुरू होने वाली इस पहल का शुभारंभ शुक्रवार को पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने पंजाब आप प्रभारी मनीष सिसोदिया के साथ किया. यहां आयोजित लॉन्च समारोह को संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री बैंस ने दावा किया कि पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है जिसने औपचारिक रूप से उद्यमिता को स्कूली शिक्षा में एक मुख्य विषय के रूप में शामिल किया है, जिससे छात्रों को इनोवेटर, समस्या-समाधानकर्ता और नौकरी निर्माता बनने के लिए सशक्त बनाया गया है. नए लॉन्च किए गए विषय की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि पाठ्यक्रम को अनुभवात्मक और व्यावहारिक बनाया गया है.

लिखित परीक्षा की जगह स्कूल-आधारित मूल्यांकन

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि छात्र टीम बनाएंगे, व्यावसायिक विचार विकसित करेंगे, प्रोटोटाइप बनाएंगे, सीड फंडिंग के लिए प्रयास करेंगे और अपने उत्पादों या सेवाओं को बाजार में लॉन्च करेंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि छात्रों पर परीक्षा का कोई दबाव नहीं होगा. लिखित परीक्षा की जगह स्कूल-आधारित मूल्यांकन होगा. मूल्यांकन में स्व-मूल्यांकन, सहकर्मी-मूल्यांकन और शिक्षक या संरक्षक मूल्यांकन शामिल होगा, जो एक सहायक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देगा. उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम सालाना आवंटित 18 अवधि (3 सिद्धांत + 15 परियोजना-आधारित) का होगा. पहल के आर्थिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए बैंस ने कहा कि 3,840 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में 2.68 लाख से अधिक छात्रों के साथ, यहां तक ​​​​कि 10 प्रतिशत सफलता दर भी वार्षिक छात्र-नेतृत्व वाली आर्थिक गतिविधि में 300-400 करोड़ रुपये उत्पन्न कर सकती है.

स्टार्टअप कोच के रूप में काम करेंगे शिक्षक

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य छात्रों को अवसरों का इंतजार करने के बजाय उन्हें बनाने के लिए सशक्त बनाना है. हमारी कक्षाएं विचारों के इनक्यूबेटर में बदल जाएंगी और शिक्षक स्टार्टअप कोच के रूप में काम करेंगे. छात्रों को नेता और नौकरी निर्माता बनने के लिए सलाह देंगे. उन्होंने कहा कि यह पहल छात्रों के बीच नवाचार, निर्णय लेने और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है, साथ ही सतत आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देती है.स्कूल शिक्षा मंत्री बैंस ने कहा कि यह पहल ‘पंजाब बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम’ की सफलता की कहानी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसे नवंबर 2022 में ‘पंजाब यंग एंटरप्रेन्योर्स प्रोग्राम’ के तहत लॉन्च किया गया.

ये भी पढ़ेंः ‘साइकोलॉजी, न्यूट्रिशन और हेल्थकेयर नहीं पढ़ाए ऑनलाइन…’ यूनिवर्सटी और कॉलेज को UGC का निर्देश

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