Major Mohit Sharma: आदित्य धर की फिल्म ‘धुरंधर’ में रणवीर सिंह के काम की खूब तारीफ हो रही है. इस स्पाई एक्शन-थ्रिलर फिल्म में उन्होंने मेजर मोहित शर्मा का रोल किया है. आप भी जानें देश के असली हीरो की सच्ची कहानी के बारे में.
07 December, 2025
Major Mohit Sharma: जब देश के लिए जान देने और हिम्मत दिखाने की बात आती है, तब मेजर मोहित शर्मा का नाम अपने-आप सामने आ जाता है. डर को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने की ताकत क्या होती है, ये उन्होंने अपनी छोटी लेकिन बड़ी ज़िंदगी में सबको दिखाया था. रोहतक में पैदा हुए इस वीर सैनिक ने म्यूज़िक से लेकर जंग के मैदान तक, हर जगह अपनी अलग पहचान बनाई. आज ‘धुरंधर’ फिल्म की वजह से एक बार फिर लोग उनकी लाइफ के बारे में जानना चाहते हैं. वैसे, सच यही है कि मेजर मोहित शर्मा की रीयल कहानी किसी भी फिल्म से कहीं ज्यादा थ्रिलिंग, इमोशनल और इंस्पायरिंग है.

बचपन का जुनून
13 जनवरी 1978 को रोहतक में पैदा हुए ‘चिंटू’ उर्फ मोहित शर्मा अपने परिवार के लाड़ले थे. स्कूल के दिनों में वो बहुत टैलेंटेड और पढ़ने-लिखने में आगे रहे. दिल्ली के मानव स्थली स्कूल और फिर डीपीएस गाजियाबाद में पढ़ाई के दौरान उन्होंने अपनी शर्मीली मुस्कान और बेहतरीन म्यूजिक टैलेंट से सबका दिल जीता. गिटार, सिंथेसाइज़र, माउथ ऑर्गन, यानी जो भी हाथ में आया, उसे बजाने में वो माहिर हो गए. स्टेज पर परफॉर्म करना उनका शौक था. हर शो में लोग उनकी धुनों में खो जाते थे. हालांकि, मोहित ने इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन तो ले लिया, लेकिन दिल सिर्फ एक चीज़ पुकार रहा था और वो थी, देश की सेवा. इसी सपने ने उन्हें साल 1995 में नेशनल डिफेंस एकेडमी तक पहुंचा दिया. इंडिया स्क्वॉड्रन के सबसे तेज, फुर्तीले और होनहार कैडेट्स में उनका नाम गिना जाता था.

मिलिट्री करियर
11 दिसंबर, 1999 को मोहित शर्मा भारतीय फ़ौज में अफसर बने और 5 मद्रास रेजिमेंट में शामिल हुए. हैदराबाद से शुरू हुई पोस्टिंग उन्हें जल्द ही कश्मीर ले गई, जहां 38 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ उनके बहादुर ऑपरेशन्स ने उन्हें COAS कमेंडेशन कार्ड दिलाया. मगर मोहित शर्मा सिर्फ एक सैनिक नहीं बनना चाहते थे, बल्कि उनकी मंज़िल थी भारतीय फ़ौज की सबसे चैलेंजिंग यूनिट- 1 पैरा (स्पेशल फोर्स) में शामिल होना. फिर साल 2003 में मोहित इसमें शामिल हुए और 2004 में उन्होंने वो कारनामा कर दिया, जिसके लिए उन्हें मेडल मिला. दरअसल, ये एक अंडरकवर ऑपरेशन था, जिसमें मोहित ‘इफ्तिखार भट’ बनकर आतंकियों में घुलमिल गए और उन्हें खत्म कर दिया. जिस लेवल की हिम्मत, स्मार्टनेस और पेशेंस की जरूरत ऐसे मिशन में होती है, वो सिर्फ मोहित शर्मा जैसे जांबाज़ ही दिखा सकते थे.

एक सच्चा कलाकार
लोग अक्सर सोचते हैं कि कमांडो सिर्फ लड़ाई जानते हैं, लेकिन मोहित शर्मा इसका सबसे बड़ा एक्सेप्शन थे. वो जहां तैनात होते, वहां म्यूज़कि बिखेर देते. मोहित के दोस्त बताते हैं कि वो किसी भी इंस्ट्रूमेंट को कुछ ही समय में सीख लेते थे. वैसे उनकी जिंदगी में प्यार भी था. उन्होंने लेफ्टिनेंट कर्नल (तब मेजर) ऋषिमा शर्मा से शादी की.
आखिरी जंग
21 मार्च, 2009 और कुपवाड़ा का घना जंगल. आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिलते ही मेजर शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. लगातार फायरिंग हुई, चार कमांडो घायल हो गए, लेकिन मेजर शर्मा पीछे नहीं हटे. उन्होंने मुकाबला किया, अपने साथियों को बचाया और 4 आतंकियों को ढेर किया. खुद बुरी तरह से घायल होने के बाद मोहित शर्मा लड़ते रहे और आखिर में शहीद हो गए. ये वही दिन था, जिसने उन्हें अमर बना दिया. देश ने उनकी शहादत को सलाम करते हुए उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया.

मोहित शर्मा की विरासत
मेजर मोहित शर्मा की कहानी सिर्फ वीरता की नहीं है, बल्कि समर्पण, बैलेंस और इंसानियत की भी है. वो एक ऐसे सैनिक थे, जिन्होंने कर्तव्य, आर्ट और लाइफ, तीनों के बीच अपना अनोखा संतुलन बनाया. वहीं, 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई फिल्म ‘धुरंधर’ मेजर मोहित शर्मा की कहानी है. इस फिल्म में रणवीर सिंह ने उनका रोल बहुत ही शानदार तरीके से निभाया है. साथ में अक्षय खन्ना, संजय दत्त, अर्जुन रामपाल और आर माधवन जैसे स्टार्स भी हैं. आदित्य धर के डायरेक्शन में बनी ‘धुरंधर’ ने सिर्फ 2 दिनों में ही बॉक्स ऑफिस पर 60 करोड़ रुपये का बिजनेस कर लिया है.
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