America News : रूस से तेल खरीदने पर ट्रंप प्रशासन ने भारत पर लगाए टैरिफ को लेकर पूर्व अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार ने आलोचना की है. उन्होंने इस कार्रवाई को बेतुका बताया है.
America News : अमेरिका का ट्रंप प्रशासन भारत के लिए लगातार रुख कड़ा करता हुआ दिखाई दे रहा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भारत-पाक संघर्ष रुकवाने वाले बयान से तनाव बढ़ाने की कोशिश की और अब टैरिफ के चलते व्यापार को असंतुलन करने की कोशिश कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति भले ही इसे अपने देश का हित बता रहे हैं लेकिन वह अपने ही घर में घिरते हुए नजर आ रहे हैं. इसी बीच पूर्व अमेरिकी सुरक्षा सलाहाकार जॉन बेल्टन (John Bolton) का मानना है कि भारत के साथ संबंधों पर ट्रंप प्रशासन का रुख बेहद खराब और उन्हें बदलने की जरूरत है. बोल्टन ने भारत के प्रति ट्रंप के रवैये की अलोचना करते हुए कहा कि उनकी नीति पूरी तरह से भ्रमित है.
जॉन बोल्टन की FBI ने की तलाशी
जॉन बोल्टन की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना होने के बाद खबर सामने आई है कि FBI गोपनीय दस्तावेजों के दुरुपयोग की जांच के तहत ट्रंप प्रशासन के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन के मैरीलैंड स्थित घर की तलाशी ले रही है. फिलहाल बोल्टन का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील ने शुक्रवार को कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. बता दें कि बोल्टन 17 महीनों तक ट्रंप के तीसरे राष्ट्रीय सलाहकार रहे. इसी बीच ईरान, अफगानिस्तान और उत्तर कोरिया को लेकर उनके और ट्रंप के बीच में टकराव देखने को मिला था. इसके अलावा ट्रंप प्रशासन के पहले कार्यकाल के दौरान बोल्टन की एक किताब को पब्लिश करने से रोकने की कोशिश की गई थी, जिसमें गोपनीय जानकारी होने का आरोप लगाया गया था. हालांकि, वह इसमें कामयाब नहीं हो पाए.
खुफिया अकारियों की सुरक्षा हटाई
बता दें कि इस साल राष्ट्रपति के पद पर आसीन होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही दिन बोल्टन समेत चार दर्जन से ज्यादा पूर्व खुफिया अधिकारियों की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी थी. बोल्टन उन तीन पूर्व अधिकारियों में शामिल थे जिनकी सुरक्षा इस साल के अंत में खत्म कर दी थी. दूसरी तरफ जॉन बोल्टन ने रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर एक्स्ट्रा 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान कर दिया था, लेकिन चीन रूस से ज्यादा तेल खरीदता है लेकिन इसके बाद भी चीन पर कोई टैरिफ नहीं लगाया गया. उन्होंने कहा कि टैरिफ लगाने वाली कार्रवाई बहुत बहुत से लोगों को यह सोचने पर मजबूर करती है कि अमेरिका ने भारत से उम्मीदों को छोड़ दिया है. जॉन ने भारत के खिलाफ उठाए गए कदम को लेकर ट्रंप को बेतुके राष्ट्रपति कार्यकाल का हिस्सा बताया.
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