India-Bahrain Agreement: भारत और बहरीन ने सोमवार को एक महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने और निवेश समझौते को अंतिम रूप देने की घोषणा की.
India-Bahrain Agreement: भारत और बहरीन ने सोमवार को एक महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने और निवेश समझौते को अंतिम रूप देने की घोषणा की. नई दिल्ली में हुई बैठक में विदेश मंत्री एस.जयशंकर और बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल्लातिफ बिन राशिद अलजायनी ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की. दोनों देशों ने दोहरे कराधान से बचाव समझौते (डीटीएए) पर बातचीत शुरू करने पर भी सहमति जताई, जिससे कर निश्चितता बढ़ेगी और व्यापार व निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा. अधिकारियों के अनुसार, यह पहल भारत और बहरीन के आर्थिक संबंधों को नई गति देगी. अलजायनी रविवार को दो दिवसीय भारत दौरे पर पहुंचे, जिसमें व्यापार, निवेश और रक्षा सहयोग पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया. यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब पश्चिम एशिया क्षेत्र संघर्ष और भू-राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहा है और दोनों देश क्षेत्रीय स्थिरता तथा साझेदारी को मजबूत करने के इच्छुक हैं. बैठक में जयशंकर ने गाजा शांति योजना के लिए भारत के समर्थन को दोहराया.
दोनों देश मिलकर करेंगे काम
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे क्षेत्र में संघर्ष का स्थायी और टिकाऊ समाधान निकलेगा. अपनी वार्ता में जयशंकर और अलजायनी ने रक्षा, सुरक्षा, आर्थिक, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, फिनटेक, अंतरिक्ष, संस्कृति के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने की बात की. जयशंकर-अलजायनी वार्ता के बाद जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, आधार धातुओं और रत्न और आभूषण जैसे क्षेत्रों में व्यापार के आगे विकास और विविधीकरण की दिशा में काम करने का भी संकल्प लिया. इस खाड़ी देश में लगभग 3,32,000 भारतीय नागरिक रहते हैं, जो उस देश की कुल 15 लाख की आबादी का लगभग एक-चौथाई हिस्सा है. भारत बहरीन के शीर्ष पांच व्यापारिक साझेदारों में से एक है. बयान में कहा गया है कि वार्ता में दोनों पक्षों ने व्यापार और निवेश पर व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर बातचीत शुरू होने की बात कही. बयान में कहा गया है कि ये पहल दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को और बढ़ावा देगी.
द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर बल
दोनों देशों ने द्विपक्षीय निवेश संधि के लिए चल रही वार्ता में हुई प्रगति का स्वागत किया. संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों पक्ष दोहरे कराधान से बचाव समझौते (डीटीएए) के लिए बातचीत शुरू करने हेतु एक साझा समझ विकसित करने पर भी सहमत हुए. बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में भविष्य में सहयोग बढ़ाने के प्रति आशा व्यक्त की और पिछले महीने तीन भारतीय नौसैनिक जहाजों की बहरीन यात्रा का हवाला दिया. बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने आतंकवाद की, उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में, स्पष्ट रूप से निंदा की और सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी मजबूत प्रतिबद्धता दोहराई. दोनों पक्षों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए सशस्त्र आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की. दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग बढ़ाकर आतंकवाद के खतरे से निपटने की भी प्रतिबद्धता जताई। इसमें खुफिया जानकारी साझा करना, क्षमता निर्माण और साइबर सुरक्षा शामिल है.
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