United Nations Peacebuilding Commission : संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना आयोग में भारत का कार्यकाल इस साल के अंत में खत्म होने जा रहा है, ऐसे में देश के योगदान को देखते हुए एक बार फिर चुन लिया गया है.
United Nations Peacebuilding Commission : भारत एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना आयोग (2025-2026) का सदस्य चुन लिया गया है. आयोग में भारत का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म होने जा रहा है और साल 2025-26 के लिए संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना आयोग (PBC) का सदस्य चुन लिया गया है. PBC का भी मानना है कि विश्व शांति और स्थिरता कि दिशा में काम करने के लिए भारत का योगदान काफी अहम है. इसलिए पीबीसी के साथ भारत का जुड़ना जारी रहेगा.
स्थापना के समय ही भारत इसका सदस्य
शांति निर्माण आयोग मुख्य रूप से एक अंत-सरकारी सलाहकार निकाय है जो संघर्ष प्रभावित देशों में शांति प्रयासों का समर्थन करता है और इसकी वेबसाइट के मुताबिक व्यापक शांति एंजेंडे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. वर्तमान में पीबीसी में 31 देश सदस्य है जिन्हें महासभा, सुरक्षा परिषद और आर्थिक एवं सामाजिक परिषद से चुना जाता है. दूसरी तरफ पीबीसी की स्थापना साल 2005 में संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद की सलाह पर की गई थी, तभी से भारत का सदस्य देश रहा है.
संघर्ष के बाद सस्टेनेबल डेवलपमेंट करना
आयोग का मुख्य कार्य है कि विभिन्न विकल्पों से संसाधनों को इकट्ठा करना और संघर्ष के बाद शांति लाने का प्रयास करना है. साथ ही रणनीति बनाना और प्रस्ताव देने का भी अधिकार है. इसके अलावा संघर्ष के दौरान जितनी भी तबाही आई है उससे उभारने के लिए आवश्यक पुननिर्माण और संस्था निर्माण प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना है और सस्टेनेबल डेवलपमेंट की नींव रखने के लिए एकीकृत रणनीतियों पर विकास का समर्थन करना है. साथ ही आयोग का उद्देश्य शांति निर्माण के लिए रणनीतिक और सुसंगत दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है.
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