ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष के थमने का कोई संकेत नहीं मिलने के बाद भारत ने बुधवार को वहां से अपने नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू करने की घोषणा की.
New Delhi: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध को देखते हुए भारत सरकार ने अपने उन नागरिकों को इजरायल से निकालने का फैसला किया है. नई दिल्ली द्वारा अपने नागरिकों को निकालने का फैसला इजरायल के बीरशेबा इलाके में एक अस्पताल पर ईरानी मिसाइल के हमले के कुछ घंटों बाद आया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल और ईरान के बीच हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए भारत सरकार ने उन भारतीय नागरिकों को इजरायल से निकालने का फैसला किया है जो वहां से निकलना चाहते हैं.
भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
मंत्रालय ने कहा कि इजरायल से भारतीय नागरिकों की यात्रा स्थल सीमा के जरिए और उसके बाद हवाई मार्ग से भारत में होगी. ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष के थमने का कोई संकेत नहीं मिलने के बाद भारत ने बुधवार को वहां से अपने नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू करने की घोषणा की. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. सरकार ने कहा कि सरकार स्थिति पर कड़ी निगरानी रखेगी. तेल अवीव में भारतीय दूतावास ने अपने पहले के परामर्शों को दोहराया, जिसमें इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और इजरायली अधिकारियों द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की बात कही गई थी.
तेल अवीव में चौबीस घंटे काम कर रहा नियंत्रण कक्ष
सरकार ने कहा कि इजरायल में भारतीय दूतावास सभी संभव सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से समुदाय के साथ लगातार संपर्क में है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि तेल अवीव में भारतीय दूतावास भारतीयों को निकालने की व्यवस्था करेगा. इसने कहा कि सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे तेल अवीव में भारतीय दूतावास में (https://www.indembassyisrael.gov.in/indian_national_reg) अपना पंजीकरण कराएं, यदि पहले से पंजीकृत नहीं हैं. किसी भी संकट में वे भारतीय दूतावास, तेल अवीव में स्थापित 24/7 नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर सकते हैं: सरकार ने टेलीफोन नंबर: +972 54-7520711; +972 54-3278392 और ईमेल: cons1.telaviv@mea.gov.in जारी किया है. भारतीय नागरिक इन नंबरों की मदद ले सकते हैं.
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